मुरादाबाद। भाजपा मिशन 80 को पाने के लिए प्रदेश के 40 से 50 जिलाध्यक्षों और महानगर अध्यक्षों को हटाएगी। इस मामले में तीन बिंदुओं को आधार मानकर पदाधिकारियों का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जा रहा है। जुलाई माह में पदाधिकारी बदलने और नए अध्यक्षों को रखने का काम कर दिया जाएगा।
निकाय चुनाव में खराब प्रदर्शन करने वाले जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्षों की सूची पहले ही तैयार कर ली गई थी। इस मामले में चुनाव प्रभारियों ने अपनी रिपोर्ट भेज दी थी। इस आधार पर जाटलैंड के कई पदाधिकारी निशाने पर आ गए हैं। दूसरा बिंदु सभा में भीड़ जुटाना माना जा रहा है। पार्टी ने केंद्र की मोदी सरकार के नौ साल पूरा होने पर महासंपर्क अभियान चलाया था। इस अभियान के तहत लोगों को सरल एप से जोड़ना और आम जनता से संपर्क बढ़ाना शामिल था।
पार्टी ने प्रत्येक जिले के जिला और महानगर अध्यक्षों के दो सालों के कार्यकाल का लेखा जोखा तैयार किया है। इस मामले में पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्षों ने अपनी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंपी है। तीनों बिंदुओं को आधार मानते हुए पार्टी की प्रदेश की कार्यसमिति तय करेगी कि कौन जिलाध्यक्ष पास हुआ है और कौन फेल हुआ है। पार्टी ने नए पदाधिकारियों का चयन करने के लिए पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया है लेकिन मुरादाबाद के पर्यवेक्षक का अभी तक पता नहीं चल सका है।
मुरादाबाद पर विशेष निगाह
पार्टी 2019 के चुनाव में हारी हुई लोकसभा पर विशेष रणनीति बनाकर कार्य कर रही हैं। इसमें मुरादाबाद, संभल, नगीना सहित अन्य पांच सीटें शामिल हैं। मुरादाबाद सीट पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह को लगाया गया है। इस सीट पर कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री से लेकर कई मंत्री दौरा कर चुके हैं। भाजपा मुरादाबाद की सीट किसी कीमत पर जीतना चाहती है। मिशन 80 के तहत यह सीट भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है। भाजपा प्रदेश चौधरी भूपेंद्र सिंह ने कहा कि पार्टी के पदाधिकारियों को बदलने का काम 20 जुलाई के बाद होगा। पार्टी के अन्य प्रदेश पदाधिकारियों का मानना है कि 30 जुलाई तक जिला और महानगर अध्यक्ष बदल दिए जाएंगे।