कांठ (मुरादाबाद)।
रोडवेज बस खराब होने के कारण कांठ में उतरे नेपाली मजदूर रमेश सिंह (24) निवासी गांव विकास टालेगांव जिला जाजरकोट नेपाल को सड़क पार करते समय कैंटर ने टक्कर मार दी। अस्पताल ले जाते समय मजदूर की मौत हो गई। वह गांव के लोगों के साथ मजदूरी के लिए उत्तराकाशी जा रहा था।
रमेश सिंह चार भाई बहनों में सबसे बड़ा था। उससे छोटी दो बहनें व एक भाई है। पिता के न होने पर रमेश ही पूरे परिवार का सहारा था। बृहस्पतिवार को वह गांव के सुरेंद्र सिंह, कपिल सिंह, दीपक सिंह, यमना आदि के साथ उत्तरकाशी मजदूरी करने के लिए घर से निकाला था। सभी रूपेड़िया बॉडर से रूपेड़िया डिपो की रोडवेज बस में उत्तरकाशी जाने के लिए बैठे थे।
शुक्रवार सुबह करीब 6:30 बजे बस कांठ स्थित नए रोडवेज बस स्टैंड पर पहुंची, तो उसमें कोई खराबी आ गई। जिसके कारण नेपाली मजदूर रमेश सिंह सहित बस में सवार सभी यात्री बस स्टैंड पर उतर गए और दूसरे वाहन के आने का इंतजार करने लगे। इस बीच रमेश बस स्टैंड के सामने मुरादाबाद-हरिद्वार मार्ग को पार कर रहा था कि मुरादाबाद की ओर से आ रहे तेज रफ्तार कैंटर ने उसे टक्कर मार दी। हादसे के बाद ट्रक चालक वाहन को मौके पर छोड़कर फरार हो गया। घायल रमेश को उपचार के लिए सीएचसी कांठ लाया गया, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। हालांकि रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे ले पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। साथ ही कैंटर में कब्जे में लेकर मृतक के परिजनों को सूचना दी गई है।
कान में लगा ईयर फोन बना हादसे का कारण
मजदूर रमेश की कांठ में ट्रक की टक्कर से हुई मौत के मामले में उसके कान में लगी मोबाइल की ईयर फोन हादसे का कारण बताई जा रही है। पुलिस और प्रत्यदर्शियों के अनुसार जिस पर रमेश सड़क पार कर रहा था, उस समय उसके कान में ईयर फोन लगी थी। इसी बीच कैंटर आ गया, बताया गया है कि चालक ने हॉर्न भी बजाया, जिसे शायद रमेश सुन नहीं पाया और यह हादसा हो गया। ट्रक मुरादाबाद से पारले जी बिस्किट की सप्लाई लेकर कांठ आ रहा था।