भारत नेपाल सीमा पर शिकंजा।
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नेपाल बॉर्डर से पाकिस्तानी सीमा हैदर की इंट्री ने देश में तो हलचल मचाया ही है, टमाटर भी और तमतमा गया है। आवक कम होने से ग्राहकों की जेब और ज्यादा ढीली हो रही है।
दरअसल, पाकिस्तान सीमा हैदर के नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश पर कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा तो सरहद पर सतर्कता और जांच बढ़ा दी गई। उसी के बाद 15 जुलाई को तीन टन टमाटर नेपाल के रास्ते तस्करी को लाए जाने के दौरान महराजगंज में पकड़ा गया। इसका सीधा असर गोरखपुर की मंडी पर भी पड़ा। एक हफ्ते पहले सब्जी मंडी में आठ गाड़ी नेपाल टमाटर तस्करी करके लाया जा रहा था, वहीं सख्ती बढ़ने के बाद अब दो गाड़ियां भी मुश्किल से उतर पा रही हैं।
आवक कम होने की वजह ही है कि दस दिन पहले तक ममंडी में जिस नेपाली टमाटर का भाव 60 से 80 रुपये किलो था, अब 80 से 100 रुपये पहुंच गया है। दरअसल, एडीजी अखिल कुमार ने ऑपरेशन कवच के तहत गांव में बनाई गईं टोलियों और पुलिस को सक्रिय कर दिया है।
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ऑपरेशन कवच के तहत भारत-नेपाल सीमा पर युवाओं की टोलियां बनाई गई हैं, जो पुलिस को खुफिया जानकारी देती हैं। एक टोली में नई उम्र के दस युवाओं को शामिल किया जाएंगे, जो संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी पुलिस को देंगे। तस्करी और आतंकी गतिविधियों की रोकथाम के लिए पुलिस ने यह प्रयोग किया है। इसके पहले से ग्राम सुरक्षा समितियां भारत-नेपाल सीमा पर नजर रखती थीं। प्रदेश सरकार के आदेश पर पुलिस नेपाल से सटे सात जिलों में पूर्व सैनिक या सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी की अध्यक्षता में ग्राम सुरक्षा समितियों का गठन कर चुकी है। अचानक एडीजी ने सभी को सक्रिय कर दिया तो इसका असर नेपाली टमाटर पर पड़ने लगा है।