मुरादाबाद। कोर्ट के बाहर बुधवार शाम अधिवक्ताओं ने हत्यारोपी मोहम्मद नबी को घेर लिया और हथकड़ी में बंधी रस्सी से उसका गला घोटने की कोशिश की। एसओ डिलारी और पुलिस कर्मियों ने उसे बचाने का प्रयास किया तो उनके साथ भी मारपीट की गई। सिविल लाइंस थाने से पहुंची पुलिस ने हत्यारोपी और पुलिस कर्मियों को बचाया। इस मामले में एसओ डिलारी हिमांशु चौहान ने तीन नामजद और बारह अज्ञात अधिवक्ताओं के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
डिलारी थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर मुंडा गांव में मंगलवार सुबह ग्राम प्रधान चुनाव की रंजिश में राजमिस्त्री साबिर हुसैन (62) की गंड़ासे से सिर और गर्दन पर हमला कर हत्या कर दी गई थी। डिलारी पुलिस ने इस मामले में आरोपी मोहम्मद नबी को गिरफ्तार किया था। एसओ हिमांशु चौहान ने बताया कि वह आरोपी को बुधवार शाम करीब पौने चार बजे कोर्ट में पेश करने लगाए थे। उनके अन्य पुलिस कर्मी भी मौजूद थे। वह न्यायालय परिसर में सीजेएम कोर्ट के बाहर बरामदे में मोहम्मद नबी को लेकर खड़े थे।
इसी दौरान वहां वादी पक्ष के अधिवक्ता रहमान, आबिद नसरुद्दीन समेत 10- 12 अधिवक्ता आ गए। एसओ का आरोप है कि उन्होंने आते ही मोहम्मद नबी को मारपीट पीटना शुरू कर दिया। हथकड़ी में बंधी रस्सी से मोहम्मद नबी का गला घोटने लगे और उसे घसीटते कर बरामदे से बाहर गए। पुलिस कर्मियों ने उसे बचाने की कोशिश की तो उनके साथ भी मारपीट की गई।
इस घटना की सूचना मिलने पर कोर्ट परिसर में सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मी मौके पर पहुंच गए।उन्होंने किसी तरह मोहम्मद नबी की जान बचाई। इसके बाद सिविल लाइंस थाने से पुलिस मौके पर पहुंची और मोहम्मद नबी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर ने बताया कि तहरीर के आधार पर आईपीसी की धारा 147, 332,353,307 और 34 में तीन नामजद और 12 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।