एएमयू छात्रों ने बाबे सैयद गेट को किया बंद
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सुलेमान हॉल में एक बाहरी युवक को ले जाकर पीटने की घटना का वीडियो वायरल होने के बाद एएमयू के गेट पर जो कुछ हुआ। वह बेशक क्षणिक रहा। मगर वर्ष 2018 की घटना को याद कर कुछ देर को सभी सिहर उठे थे। वह तो गनीमत कि जब आज भाजयुमो नेता एएमयू गेट तक पहुंचे और सामने से छात्र आ गए। दोनों ओर से धार्मिक नारेबाजी के चलते धक्का-मुक्की के बीच टकराव के हालात बने तो बमुश्किल पंद्रह मिनट के प्रयास में पुलिस व प्रॉक्टोरियल टीम ने भाजयुमो नेताओं को वहां से भगाया। अन्यथा हालात बिगड़ सकते थे। हालांकि इसके बाद करीब एक घंटे से ज्यादा समय तक एएमयू छात्र गेट बंद कर हंगामा करते रहे। बाद में उन्हें जैसे तैसे समझाकर व कार्रवाई का आश्वासन देकर वहां से शांत किया गया।
दोपहर में थाने पहुंचे युवा भाजपाइयों की जब पुलिस से तडक़ा-भडक़ी हो गई तो वे आवेश में आकर एएमयू के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पैदल कैंपस की ओर चल पड़े। हालांकि पीछे पीछे पुलिस थी। मगर अंदेशा था कि सर्किल तक ही पहुंच पाएंगे। मगर उनमें से कुछ युवा नेता प्रशासनिक कार्यालय तक नारेबाजी करते हुए पहुंच गए। उधर से नारेबाजी होते देख एएमयू से छात्र निकल आए और उन्होंने भी नारेबाजी शुरू कर दी। दोनों आमने-सामने आ गए और धक्का-मुक्की तक शुरू हो गई। हालांकि पुलिस तत्काल बीच में आ गई। दोनों को खींचकर अलग किया गया और प्रॉक्टर टीम भी आ गई। दोनों ओर से गाली-गलौज शुरू हो गई।
बाद में युवा भाजपाइयों को वहां से एसपी सिटी ने जैसे तैसे समझाकर हटाया और वे वापस सर्किल की ओर चले गए। इसके बाद प्रॉक्टर टीम ने छात्रों को अंदर किया तो उन्होंने गेट बंद कर लिया। बस वे अंदर हंगामा करते रहे। बाद में उन्होंने भाजपाइयों पर कार्रवाई की मांग कर दी। इसके बाद सीओ व प्रॉक्टर ने उन्हें भरोसा देकर समझाकर शांत किया। इस तरह एक घंटे बाद छात्र वहां से हटे। मगर इस दौरान सभी के हाथ पांव फूले रहे। जब तक माहौल शांत नहीं हो गया। कोई हटा नहीं। बाद में मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया। देर रात अधिकारी निगरानी बनाए रहे।
फिर बाहरियों द्वारा कैंपस में आपराधिक घटना
आज हो हुआ वह एक वायरल वीडियो से जुड़ा था। उसमें एएमयू के हॉस्टल में एक बाहरी की पिटाई कुछ बाहरियों द्वारा किया जाना उजागर हुआ। इसे लेकर समय समय पर बाहरियों द्वारा विवाद व आपराधिक वारदात की कैंपस में घटना होती रहती हैं। मगर एएमयू इंतजामिया के स्तर से इस पर रोक को लेकर कोई ठोस प्रयास नहीं किया जाता। मामले में हाईकोर्ट तक ने एएमयू में बाहरियों पर रोक को लेकर कहा है।