मुरादाबाद। जुलाई माह की शुरुआत से ही मानसून मेहरबान हो रहा है। लगातार 12 दिन की बारिश के बाद हर तीसरे दिन बादल बरस रहे हैं। 30 जुलाई तक सामान्य से 173.1 मिलीमीटर बारिश ज्यादा हुई है। इस माह करीब 22 दिन तापमान सामान्य से कम रहा है। इसकी वजह से यह जुलाई पिछले 15 वर्षों में सबसे ठंडी दर्ज की गई है। मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि आगामी दो दिनों तक बादलों की आवाजाही रह सकती है।
शनिवार सुबह से आसमान में बादल छाए हुए थे। बीच-बीच में बारिश के आसार बने, लेकिन तेज बारिश नहीं हो सकी। कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी जरूर हुई। मौसम विज्ञान विभाग के डाटा संग्रह केंद्र के अधिकारियों के अनुसार शनिवार को अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम था। न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस रहा। वातावरण में सुबह नमी 95 फीसदी थी। शाम को यह नमी 90 फीसदी दर्ज की गई। बारिश भी एक मिलीमीटर दर्ज की गई।
पंतनगर विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह का कहना है कि इस बार मानसून लगातार सक्रिय बना हुआ है। इसकी वजह से नियमित बारिश हो रही है। वातावरण में नमी बनी हुई है। पिछले वर्षों में एक या दो दिन में ही सौ-सौ मिलीमीटर बारिश हो जाती थी, जबकि इस बार बारिश की झड़ी लगी। प्रतिदिन 20 से 25 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके कारण तापमान में बढ़ोतरी नहीं हो सकती और गर्मी का असर कम रहा। इस वर्ष जुलाई माह का औसत तापमान 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो वर्ष 2008 से सबसे कम है। गत वर्षों में जुलाई माह का औसत तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा है। 30 जुलाई तक 481.6 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। जबकि सामान्य बारिश 308.5 डिग्री सेल्सियस है।