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भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की नई टीम में प्रदेश के वैश्य समाज की हिस्सेदारी डबल हो गई है। राज्यसभा सदस्य राधामोहन दास अग्रवाल को राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है, वहीं राजेश अग्रवाल को राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पद पर बरकरार रखा गया है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबीरानी मौर्य और राष्ट्रीय सचिव विनोद सोनकर को टीम में जगह न मिलने से यूपी के दो दलित नेता टीम से बाहर हो गए हैं।
यूपी से जाट समाज को भी प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। दो वैश्य, एक ब्राह्मण, दो ठाकुर, दो पिछड़ों, एक गुर्जर व एक कुर्मी और एक अल्पसंख्यक (पसमांदा) को प्रतिनिधित्व देकर पार्टी ने सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र पर अमल किया है। मिशन 80 के लक्ष्य को पूरा करने के लिए पार्टी प्रदेश में अगड़े और पिछड़ों के साथ पसमांदा समाज को साधते हुए लोकसभा चुनाव की बिसात बिछाएगी। विपक्षी गठबंधन इंडिया के प्रमुख नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यूपी में भाजपा के कुर्मी वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए किसी कुर्मी बहुल लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाने की चर्चा है। ऐसे में कुर्मी समाज पर पकड़ बरकरार रखने के लिए सांसद रेखा वर्मा को राष्ट्रीय टीम में उपाध्यक्ष बनाए रखा गया है। ठाकुर समाज से राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह और सह महामंत्री संगठन शिवप्रकाश को फिर टीम में जगह मिली है।
चार राज्यों के गुर्जर वोट बैंक पर नजर
राजस्थान व मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के साथ लोकसभा चुनाव में भाजपा की गुर्जर वोट बैंक पर नजर है। प्रदेश उपाध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र नागर को राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया गया है। राजस्थान से अल्का गुर्जर को भी राष्ट्रीय सचिव बनाया गया है।
मोदी सरकार में मंत्री बन सकते हैं द्विवेदी और सोनकर
बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी और कौशांबी के सांसद विनोद सोनकर को राष्ट्रीय सचिव पद से हटाया गया है। सूत्रों का कहना है कि मानसून सत्र के बाद संभावित मोदी मंत्रिमंडल के फेरबदल में दोनों को मंत्री बनाया जा सकता है।
तारिक मंसूर से साधेंगे पसमांदा मुस्लिम
भाजपा ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति तारिक मंसूर को एमएलसी मनोनीत करने के बाद अब राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। तारिक भी पसमांदा समाज से हैं। यूपी में करीब सवा दो करोड़ से अधिक पसमांदा मुस्लिम हैं। पार्टी बीते दो वर्ष से पसमांदा मुस्लिमों को साधने का प्रयास कर रही है। डॉ. मंसूर को सीधे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का पद देकर देश व प्रदेश में नए मुस्लिम चेहरे की तलाश को पूरा किया है।
लक्ष्मीकांत को और आगे बढ़ाया
भाजपा ने ब्राह्मण चेहरे के रूप में राज्यसभा सदस्य लक्ष्मीकांत बाजपेयी को और आगे बढ़ाया है। करीब 6 वर्ष तक साइडलाइन रहे लक्ष्मीकांत को 2022 में राज्यसभा का सदस्य बनाया गया। इसके बाद राज्यसभा में मुख्य सचेतक, झारखंड प्रभारी, गुजरात विधानसभा चुनाव में जूनागढ़ के प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई। अब राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जैसा महत्वपूर्ण पद दिया गया है।
राधामोहन की ताजपोशी ने चौंकाया
गोरखपुर से चार बार विधायक रहे राधा मोहन दास अग्रवाल की महासचिव पद पर ताजपोशी ने राजनीतिक विश्लेषकों को चौंका दिया है। 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उनका टिकट काटकर सीएम योगी आदित्यनाथ को प्रत्याशी बनाया था। उसके बाद से पार्टी में राधामोहन का कद बढ़ता जा रहा है। पहले उन्हें राज्यसभा भेजा गया। फिर केरल में भाजपा का सह प्रभारी और लक्षद्वीप का प्रभारी बनाया गया। अब उन्हें सीधे राष्ट्रीय महामंत्री जैसा महत्वपूर्ण पद दिया गया है। सियासी विश्लेषक इसे बड़ा सियासी संदेश मान रहे हैं।
ये रालोद से गठबंधन का संकेत तो नहीं
जानकारों का मानना है कि यूपी से जाट समाज को राष्ट्रीय टीम में शामिल न करना भविष्य में रालोद से गठबंधन का संकेत है। जाट वोटबैंक के लिए पार्टी रालोद से गठबंधन करने पर मंथन कर रही है।
यूपी में भाजपा को जल्द मिलेगा नया प्रभारी
यूपी के भाजपा के प्रभारी राधा मोहन सिंह को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश में जल्द ही किसी राष्ट्रीय महासचिव या उपाध्यक्ष को प्रभारी नियुक्त किया जाएगा।