अमेरिकी प्रवक्ता मैथ्यू मिलर नूंह हिंसा पर बोले।
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नूंह में शोभायात्रा पर हुए हमले के बाद भड़की हिंसा की आग गुरुवार चौथे दिन पूरे दक्षिण हरियाणा में फैल गई। गुरुग्राम और आसपास के इलाकों में सरकार ने शांति और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाएं शनिवार तक के लिए निलंबित कर दी हैं। इस बीच, अमेरिका के विदेश विभाग ने शांति का आह्वान और पार्टियों से हिंसा से दूर रहने का आग्रह किया।
अमेरिकी प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बुधवार (स्थानीय समय) को कहा कि हमेशा की तरह हम अब भी शांति बनाए रखने की अपील करते हैं। वहीं, उन्होंने पार्टियों से हिंसक कार्रवाइयों से दूर रहने का आग्रह किया। मिलर ने आगे कहा कि हमें इस बारे में नहीं पता था। अमेरिका के लोगों से सुनने में आया। फिर दूतावास से संपर्क किया है।
यह है मामला
नूंह में सोमवार दोपहर जिले से गुजर रही शोभायात्रा के दौरान भड़की हिंसा पूरे दक्षिण हरियाणा में फैल गई। दंगे में अब तक 6 लोगों की मौत हुई है। इनमें दो होमगार्ड व चार आम नागरिक हैं। वहीं, लगभग 20 पुलिसकर्मियों सहित दर्जनों लोग हिंसा की चपेट में आ गए हैं।
एसआईटी का गठन
सांप्रदायिक हिंसा की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया गया है। वहीं, मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने हिंसा में हुए नुकसान की वसूली उपद्रवियों से ही करने का एलान किया। सरकार ने शांति और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए, नूंह, फरीदाबाद और पलवल जिलों के अधिकार क्षेत्र में और गुरुग्राम जिले के सोहना, पटौदी और मानेसर उप-मंडलों के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं 5 अगस्त तक निलंबित कर दी हैं। हरियाणा के गृह सचिव द्वारा पारित आदेश में कहा गया है कि इन जिलों में हालात गंभीर और तनावपूर्ण बने हुए हैं।
मोनू मानेसर की भूमिका की भी होगी जांच
दंगे में मोनू मानेसर की भूमिका को लेकर उठने वाले सवाल पर पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल ने मामले की जांच के लिए अलग से एसआईटी गठित करने की बात कही है।
नूंह में निकलने वाली शोभायात्रा से पहले सोशल मीडिया पर मोनू मानेसर का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उसने लोगों से शोभायात्रा में पहुंचने की बात कही थी। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि माेनू मानेसर का वीडियो वायरल होने और फिर इंटरनेट पर उसे डिलीट करने के मामले के बाद हालात बिगड़े, यह जांच का विषय है। इसकी जांच एसआईटी करेगी और जिन लोगों की मिलीभगत होगी, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि मोनू मानेसर पर पटौदी थाने में शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज है, जिसकी जांच अभी लंबित है। भरतपुर, राजस्थान के रहने वाले जुनैद की हत्या में उसका नाम आया था, जिसके बाद वह सुर्खियों में आया था।
मेवात की जनता पहले से ही उससे रंजिश रख रही थी। वीडियो वायरल होने से उनका आक्रोश बढ़ा है। यह सब जांच का विषय है।