अस्पताल पहुंचे जिलाधिकारी
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आगरा के फतेहपुर सीकरी स्मारक में फ्रांस की महिला पर्यटक की मौत मामले में जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने एडीएम प्रोटोकॉल की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाई है। तीन दिन में कमेटी स्मारक में सुरक्षा व इलाज के इंतजामों के अलावा एबुलेंस की लेटलतीफी व उपलब्धता की जांच कर रिपोर्ट सौपेंगे।
डीएम भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि एडीएम प्रोटोकॉल, सीएमओ व एसीपी की कमेटी चार बिंदुओं पर जांच करेगी। पहला बिंदु घटनाक्रम है। कितने बजे हादसा हुआ। कैसे हुआ। दूसरा बिंदु स्मारक में सुरक्षा के क्या उपाय थे। तीसरा बिंदु प्राथमिक व अन्य उपचार की क्या व्यवस्था थी। इसके अलावा एबुलेंस का रिस्पांस टाइम कितना रहा। एबुलेंस की कॉल डिटेल की जांच होगी।
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गाइडों के बयान दर्ज
जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी के आदेश पर वृहस्पतिवार रात ही मामले की जांच शुरू हो गई। नायब तहसीलदार अमित मुद्गल राजस्व टीम के साथ फतेहपुर सीकरी पहुंचे। जहां प्रमुख लोगों के अलावा एएसआई अधिकारी, गाइड, सुरक्षा कर्मियों के बयान दर्ज किए। फ्रांस के पर्यटक दल को लेकर सीकरी घुमाने लाई प्राइवेट टूट कंपनी के गाइड ललित कुमार के बयान फोन पर दर्ज किए हैं। फांस की पर्यटक की मौत के घटना के बाद एएसआई अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने फतेहपुर सीकरी में घटना स्थल का निरीक्षण किया।
एयर एंबुलेंस होती तो बच सकती थी जान
फतेहपुर सीकरी में फ्रांस की पर्यटक की मौत के बाद आगरा में एयर एंबुलेंस की मांग उठने लगी है। पर्यटन क्षेत्र और प्रबुद्ध लोगों का मानना है कि एयर एंबुलेंस बिना स्मार्ट सिटी बेमानी है। एयर एंबुलेंस की सुविधा होने पर पर्यटक को समय पर अस्पताल पहुंचाया जा सकता था और इसकी जान भी बच सकती थी। नोएडा समेत कई शहरों में इसकी सुविधा है। आगरा में ताजमहल, किला, फतेहपुर सीकरी, सिकंदरा समेत 150 से अधिक विश्व प्रसिद्ध स्मारक हैं। यहां हर रोज औसतन 20 हजार से अधिक पर्यटक आते हैं। पूर्व में भी कई पर्यटक स्मारकों से फिसलकर घायल हो चुके हैं। ऐसे में यहां एयर एंबुलेंस की सुविधा के लिए लोग कई बार शासन और प्रशासन से मांग उठा चुके हैं।