दयालबाग के पोइया घाट पर सत्संगियों द्वारा डूब क्षेत्र में फेंसिंग लगाकर कब्जा किया गया।
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उत्तर प्रदेश के आगरा में दयालबाग के मौजा जगनपुर में सरकारी भूमि पर कब्जे के मामले में शनिवार को तहसील स्तरीय एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स ने बैठक की। इसमें राधास्वामी सत्संग सभा के अध्यक्ष गुरु प्रसाद सूद, उपाध्यक्ष प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव और अनूप श्रीवास्तव को भूमाफिया के रूप में चिह्नित किया।
सदर तहसील में शनिवार को जॉइंट मजिस्ट्रेट परीक्षित खटाना की अध्यक्षता में पुलिस, प्रशासन व अन्य विभागों के साथ टास्क फोर्स की बैठक की गई। राजस्व विभाग ने राधास्वामी सत्संग सभा के तीनों पदाधिकारियों के खिलाफ संस्तुति की। भूमाफिया की घोषणा व आगे की कार्रवाई के लिए टास्क फोर्स ने डीएम भानु चंद्र गोस्वामी को रिपोर्ट भेज दी है।
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आरोप है कि दयालबाग, मौजा जगनपुर में करीब 10 हेक्टेयर से अधिक सरकारी भूमि पर गेट, दीवार व तारबंदी कर कब्जा किया गया है। कब्जे की भूमि का सर्किल रेट के हिसाब से सरकारी मूल्य करीब 100 करोड़ रुपये प्रशासन ने आंका है।
तहसीलदार रजनीश वाजपेयी ने बताया कि तीनों चिह्नित भूमाफिया के विरुद्ध 12 सितंबर को थाना न्यू आगरा में केस दर्ज कराया गया था। कब्जे के कारण ग्रामीणों का सार्वजनिक रास्तों से निकलना बंद हो गया था। प्रशासन की टीम जब कार्रवाई के लिए जाती, तो उनके सरकारी कार्य में बाधा डाली जाती थी। इसी वजह से राधास्वामी सत्संग सभा के तीन पदाधिकारियों को भूमाफिया चिह्नित किया गया है।
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500 करोड़ है कब्जे की भूमि का बाजार मूल्य
उप निबंधक कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार जिस सरकारी भूमि पर कब्जा हुआ है उसका सर्किल रेट 10 हजार रुपये प्रति वर्ग गज है। करीब 10 हेक्टेयर भूमि की सरकारी कीमत 100 करोड़ रुपये होती है। बाजार मूल्य 40 से 50 हजार रुपये वर्ग गज है। ऐसे में बाजार मूल्य के अनुसार भूमि कीमत करीब 500 करोड़ रुपये है।