अतरौली के 100 शैया अस्पताल का निरीक्षण करते सीएमओ
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अवंतीबाई चौराहा स्थित सरकारी अस्पताल में रात में डॉक्टर रहते नहीं। अस्पताल का स्टाफ मरीज-तीमारदारों को अजीब-ओ-गरीब जवाब दे रहे हैं। कस्बा निवासी सनी कुमार ने सीएमओ डॉ. नीरज त्यागी को बताया कि रात की ड्यूटी में मौजूद स्टाफ के पास वह पहुंचे, तो एक कर्मचारी ने जवाब दिया- यहां तो भीड़ भरी पड़ी है, हम किस-किसको देखें। और कई बार कहने पर भी उनके मरीज को देखने तक कोई नहीं आया।
बृहस्पतिवार को निरीक्षण करने पहुंचे सीएमओ ने जब यह सुना तो अस्पताल के स्टाफ को कड़ी फटकार लगाई। मरीजों से मधुर व्यवहार रखने की नसीहत दी। सीएमओ डॉ. नीरज त्यागी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाद 100 शैया युक्त संयुक्त चिकित्सालय के वार्ड में भर्ती मरीजों का हाल जाना। भर्ती भाजपा नेता भगवती प्रसाद उर्फ गुड्डा मेंबर ने बताया कि वह डेंगू से पीड़ित हैं। बुधवार को जांच कराई तो रिपोर्ट नहीं मिली। सीवीसी व अन्य जांच अस्पताल के बाहर से करानी पड़ी। रात भर बुखार से कराहती रहीं। रात में डॉक्टर नहीं थे। बृहस्पतिवार की सुबह डॉक्टर ने देखा, इसके बाद दोपहर तक कोई झांकने भी नहीं आया। बेडशीट तक नहीं बदली जा रही।
अन्य मरीजों ने कहा कि दो बजे ओपीडी खत्म होने के बाद अस्पताल में डॉक्टर नहीं मिलते। इस पर सीएमओ ने कहा कि अस्पताल में कोई भी डॉक्टर मौजूद हो उसे हर हाल में मरीजों को देखना होगा। स्टाफ भी लापरवाही या गलत व्यवहार करेगा तो कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल में पंखे, फाइलों व अन्य जगह धूल और गंदगी देखकर नाराजगी जताई। सीएमएस व सीएचसी प्रभारी को व्यवस्था में सुधार करने का निर्देश दिया।
त्योहार पर सुचारू रहें आपातकालीन सेवाएं
अपर निदेशक स्वास्थ्य ने पत्र लिखकर सीएचसी अधीक्षक व सौ शैया युक्त संयुक्त चिकित्सालय में आपातकालीन सेवाएं सुचारू करने के आदेश दिए हैं। कहा कि नवरात्र, दशहरा व दीपावली पर अस्पतालों में आकस्मिक सेवाओं के साथ ही दवाओं की उपलब्धता रहे। बहुत जरूरी न हो तो सभी कर्मचारियों के अवकाश स्वीकृत न किए जाएं। अस्पतालों में अतिरिक्त बेड लगाए जाएं।मरीजों की संख्या बढ़ने की स्थिति में पंजीकरण, पैथ लैब व दवा वितरण काउंटर में वृद्धि की जाए।