डेंगू बुखार के मामले
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अलीगढ़ जिले में डेंगू से हालात बेकाबू होने के कगार पर हैं। जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड में एक बेड पर दो-दो मरीज लेटे हैं। निजी अस्पतालों में भी मारामारी है। गांवों और शहरी क्षेत्र में फॉगिंग और सफाई व्यवस्था कराने में कोताही बीमारी के प्रसार का कारण बन रही है।
हालात ये हैं कि शहर में मच्छर दिन हो या रात कहीं बैठने नहीं दे रहे हैं। शहर के 43 मोहल्ले और देहात क्षेत्र के 99 गांव डेंगू और मलेरिया के लिए अति संवेदनशील घोषित हैं। स्वास्थ्य विभाग के स्तर से इनकी सूची नगर निगम, जिला पंचायत राज अधिकारी को बीमारी के मौसम की शुरुआत में ही भेजकर यहां जलभराव खत्म कराने से लेकर साफ-सफाई ऑर फॉगिंग की सिफारिश कर दी थी। मगर कहां फॉगिंग हो रही है, यह किसी को देखने को नहीं मिलता। सफाई व्यवस्था का हाल भी कुछ ऐसा ही है।
सबसे अधिक अव्यवस्था नगर निगम क्षेत्र में नए शामिल क्षेत्रों में है। जहां सफाईकर्मी तैनात नहीं हैं और वहां नियमित सफाई के अभाव में बीमारियां पांव पसार रही हैं। कहीं पानी भरा मिलेगा तो कहीं कूड़े के ढेर हैं। देहात क्षेत्र की बात करें तो वहां जिला स्वास्थ्य समिति की पिछली दो बैठकों में हुई खिचाई के बाद अब फॉगिंग होती दिख रही है।