मृतक नरेंद्र सिंह
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अलीगढ़ के गोंडा-इगलास मार्ग स्थित गोरई मोड़ पर बृहस्पतिवार रात करीब आठ बजे अज्ञात हमलावरों ने कस्बा निवासी 40 वर्षीय नरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। इससे इलाके में सनसनी फैल गई। वर्ष 2010 में ग्राम प्रधान गीतम चौधरी की हत्या में नरेंद्र जेल भी गया था। मृतक के परिजनों ने गीतम के परिवार पर हत्या का आरोप लगाया है। दोनों परिवारों में रंजिश चल रही है। खबर लिखे जाने तक पुलिस को तहरीर नहीं मिली थी।
गोंडा के नगला दरबर निवासी नरेंद्र सिंह उर्फ छुट्टली पुत्र राजवीर सिंह पूर्व प्रधान की गोरई मोड़ पर दुकानें बनी हैं। यहां पर नरेंद्र ने भवन निर्माण सामग्री बिक्री का काम शुरू किया था। रात तकरीबन आठ बजे नरेंद्र अपनी कार से दुकान गया था। बताते हैं कि जैसे वह कार से उतरा, उसी समय अज्ञात हमलावरों ने नरेंद्र पर गोलियां चला दीं, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर गया। गोली की आवाज सुनकर लोग मौके पर जुट गए।
सूचना पर कोतवाल विजय कांत शर्मा मौके पर मय पुलिस बल के पहुंच गए तथा घायल को उपचार के लिए परिवार के लोग अलीगढ़ शहर ले गए। उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया, जिससे परिवार में कोहराम मच गया। इधर, पुलिस घटना के कारणों और हमलावरों की तलाश में जुट गई है। सूचना पर सीओ इगलास ने घटनास्थल पर पहुंच मौका मुआयना किया।
वर्ष 2010 में नगला दरबर के ग्राम प्रधान गीतम चौधरी की नाई की दुकान पर दाढ़ी बनवाने के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसमें नरेंद्र सिंह और उसके भाई उदयवीर सिंह सहित चार लोगों को नामजद किया गया था, जिसमें नरेंद्र दो साल तक जेल में भी बंद रहा था। नरेंद्र के बाबा की हत्या का आरोप गीतम चौधरी पर लगा था। इसके चलते दोनों परिवारों में रंजिश चल रही थी। इस मामले में एसपी देहात पलाश बंसल ने बताया कि वर्ष 2010 में प्रधान गीतम चौधरी की हत्या हुई थी। उसी परिप्रेक्ष्य में नरेंद्र सिंह का परिवार गीतम के परिवार पर हत्या करने का आरोप लगा रहा है। पीड़ित परिवार की ओर से तहरीर मिलने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।