अलीगढ़ में बीते चार दिनों से बारिश जारी है। मौसम विभाग ने जिले में सोमवार को भारी वर्षा का अनुमान जारी किया है, जिसमें 64 से 115 मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है। 12 से 16 सितंबर तक बादल छाए रहेंगे, रुक रुक कर बारिश होने के आसार हैं। इसको लेकर उत्तर प्रदेश शासन से सलाह भी जारी की गई है। जिससे लोग किसी परेशानी में न फंसे। लोगों से बिजली के उपकरण और सयंत्रों से दूर रहने को कहा गया है। घरों के बिजली उपकरण के प्लग निकाल कर रखने, जलभराव में नहीं निकलने और गिरासू भवनों से दूर रहने को कहा गया है।
मौसम विभाग के अनुसार बीते चार दिनों में रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक करीब 105 एमएम बारिश हुई है। शनिवार से रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक कुल 76 मिलीमीटर बारिश हुई है। जिसमें रविवार दिन के आंकड़े शामिल नहीं हैं। जिला प्रशासन द्वारा प्राप्त आंकड़ों के अनुसार साल 2022 में एक जून से 10 सितंबर तक कुल 215 एमएम बारिश हुई थी। वहीं इस वर्ष एक जून से 10 सितंबर तक 487 एमएम बारिश हो गई है, जो पिछले साल के मुकाबले दोगुने से अधिक है।
शनिवार रात से शुरू हुई बारिश रविवार शाम तक होती रही। शाम को कुछ देर लिए बारिश पर ब्रेक लगा। इस बारिश ने लोगों को गर्मी और उमस से बड़ी राहत दी है, लेकिन कुछ इलाकों में बरसात आफत बनकर टूट पड़ी है। निचले इलाकों में घरों और दुकानों में पानी घुस गया। वहीं नगर निगम के पंपिंग स्टेशन पर भी हांफ गए। पुराने मकानों की छत भी टपकने लगीं हैं। गिरासू भवनों में रहने वाले और उनके आसपास के पड़ोसी खासे परेशान हैं।
कई इलाकों में देर रात तक जलभराव
झमाझम बारिश के बाद शहर के ऐसा कोई ही इलाका बचा हो, जहां जलभराव नहीं हुआ है। शहर के रामघाट रोड, आगरा रोड, महेंद्र नगर, जयगंज, सराय लवरिया, अशोक नगर, गूलर रोड सहित अन्य स्थानों पर जलभराव से लोग परेशान रहे। छर्रा अड्डा पुल, सुदामापुरी, बेगम बाग, स्टेशन रोड सहित अन्य इलाकों में देर रात तक जलभराव रहा।
निचले इलाके में आफत, घरों में पानी
महानगर के निचले इलाकों में बारिश के बाद बहुत बुरा हाल रहा। घरों के अंदर पानी घुस गया। जिससे घर में रखा सामान भी खराब हो गया। लोगों ने घरों के ऊपरी हिस्सों में जाकर गुजर-बसर किया। शहर के शाहजमाल, ईदगाह, एडीए कॉलोनी, खैर रोड, डबल टंकी, रोरावर, भदेसी, पला, नींवरी, विष्णुपुरी, सुदामापुरी, घुडियाबाग, कृष्णापुरी, गोपालपुरी, महेंद्र नगर, बैंक कॉलोनी सहित अन्य इलाकों में घरों के अंदर पानी घुस गया। जिससे स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत हो गई।