मृतक दुर्गेश
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अलीगढ़ के अकराबाद में सोमवार को गांव रुदायन निवासी एक महिला ने सुबह चाय-नाश्ता कराकर बच्चों को स्कूल भेज दिया, इसके बाद फंदे पर झूल गई। दोपहर में बच्चे घर लौटे तो मां का शव देखते ही चीख पड़े। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
गांव रुदायन निवासी राजेंद्र कुमार पुत्र मुंशीलाल की शादी करीब दस वर्ष पूर्व थाना सिकंदराराऊ के गांव टटी डडिया निवासी अशोक कुमार की पुत्री दुर्गेश के साथ हुई थी। मायके वालों ने बताया दुर्गेश बच्चों अंश और आस्था के साथ गांव में रहती थी, जबकि पति राजेंद्र हरियाणा के कस्बा सोना में किसी कंपनी में गाड़ी चलाता है। सोमवार को दुर्गेश ने दोनों बच्चों को नाश्ता कराकर पढ़ने के लिए स्कूल भेज दिया।
दोपहर में स्कूल की छुट्टी होने पर बच्चे घर लौटे तो उन्हें मां नहीं दिखाई पड़ी। इस पर मां की तलाश करते हुए दोनों बच्चे छत पर बने कमरे पर पहुंचे। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। उन्होंने रोशनदान से कमरे के अंदर झांककर देखा तो फंदे पर मां का शव लटका देखकर चीख पड़े।
बच्चों के चीख-पुकार सुनकर कर परिजनों के साथ आसपास के लोग वहां पहुंच गए। दुर्गेश का शव चुनरी से फंदे पर लटक रहा था। लोगों ने दरवाजा तोड़कर 30 वर्षीय दुर्गेश के शव को नीचे उतारा। फोन कर पति और मायके वालों को जानकारी दी। मायका पक्ष ने ससुराल वालों पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। सूचना पर थाना प्रभारी मौके पर पहुंच गए। सीओ बरला सर्जना सिंह ने बताया अभी कोई तहरीर नहीं आई है। तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सुबह सात बजे पति से मोबाइल पर की थी बात
खबर पाकर गांव पहुंचे राजेंद्र कुमार ने बताया कि करीब डेढ़ माह से वह घर नहीं आ पाए थे। सोमवार की सुबह करीब सात बजे गाड़ी पर जाने से पहले पत्नी दुर्गेश से मोबाइल पर बात की थी। उस समय बातों में ऐसा कुछ भी नहीं लगा कि कुछ समय बाद पत्नी की मौत की खबर मिलेगी। वह घर पहुंचते ही बच्चों को गोद में लेकर दहाड़ मारकर रो पड़े। मौजूद लोग उन्हें समझाते रहे।