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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एलसीए तेजस से मिसाइल के सफल परीक्षण के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस परीक्षण से तेजस की युद्धक क्षमता में काफी वृद्धि होगी और आयातित हथियारों पर निर्भरता कम होगी।
तेजस लड़ाकू विमान
– फोटो : भारतीय वायु सेना
विस्तार
स्वदेश निर्मित हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस से बुधवार को गोवा के तट पर हवा से हवा में मार करने वाली बियॉन्ड विजुअल रेंज (बीवीआर) मिसाइल अस्त्र का सफल परीक्षण किया गया। अधिकारियों ने बताया कि करीब 20,000 फुट की ऊंचाई पर विमान से मिसाइल का परीक्षण किया गया।
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि परीक्षण की निगरानी वैमानिकी विकास एजेंसी (एडीए), रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ), हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लि. (एचएएल) के परीक्षण निदेशक और वैज्ञानिकों तथा सेंटर फॉर मिलिट्री एयरवर्थनेस एंड सर्टिफिकेशन (सीईएमआईएलएसी) और एयरोनॉटिकल क्वालिटी एश्योरेंस महानिदेशालय (डीजी-एक्यूए) के अधिकारियों ने की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एलसीए तेजस से मिसाइल के सफल परीक्षण के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस परीक्षण से तेजस की युद्धक क्षमता में काफी वृद्धि होगी और आयातित हथियारों पर निर्भरता कम होगी।
मिसाइल अस्त्र की खासियत
- हवा से हवा में मारने वाली स्वदेशी मिसाइल।
- बियॉन्ड विजुअल रेंज हमला करने में सक्षम।
- बेहद तेज और सटीक निशाना लगाने में सक्षम।
- ऑप्टिकल प्रॉक्सीमिटी फ्यूज टारगेट से टकराकर फट जाती है।
- वजन 154 किलो, लंबाई 12.6 फुट, व्यास 7 इंच, मारक क्षमता 160 किमी है।
- इसमें हाई-एक्सप्लोसिव, प्री-फ्रैगमेंटेड एचएमएक्स हथियार लगा सकते हैं।