राम मंदिर निर्माण का एक दृश्य।
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रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। राममंदिर का करीब 70 फीसदी काम पूरा हो चुका है। वहीं, श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट रामलला के दर्शन का अभियान चलाने की योजना बना रहा है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद देश के सभी राज्यों के रामभक्तों को अलग-अलग तिथियों पर अयोध्या आमंत्रित किया जाएगा। यहां आने पर उन्हें रामलला का दर्शन कराने के साथ प्रसाद भी भेंट किया जाएगा। यह अभियान मकर संक्रांति के बाद शुरू होगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, विश्व हिंदू परिषद व राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ संयुक्त रूप से देशभर में रामलला दर्शन अभियान चलाए जाने की योजना तैयार कर रहे हैं। सभी 27 राज्यों को 40 इकाइयों ( प्रान्तों ) में बांट कर अलग-अलग तिथियों पर राम भक्तों को रामलला का दर्शन कराया जाएगा।
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श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि रामलला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर तमाम सुझाव आ रहे हैं, उन पर विचार भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश भर के राम भक्तों से आग्रह किया जाएगा कि वह एक ही दिन अयोध्या ना पहुंचे। उनके लिए अलग-अलग तिथियां भी निर्धारित की जाएंगी। निर्देश दिया जाएगा कि संबंधित राज्य अपने निर्धारित तिथि पर ही अयोध्या आएं।
मंदिर के दरवाजे व खिड़कियों का काम तेज
राममंदिर का भूतल बनकर तैयार हो चुका है। अब केवल दरवाजे, खिड़की व फर्श का काम बाकी है। ट्रस्ट की रामसेवकपुरम व रामघाट स्थित कार्यशाला में मंदिर के दरवाजों व खिड़कियों की नक्काशी की जा रही है। दरवाजों पर गदा, चक्र, शंकर, गणेश, हाथी सहित अन्य धार्मिक चित्रों को उकेरा जा रहा है। महाराष्ट्र के सागौन की लकड़ी से मंदिर के दरवाजों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।