उत्तराखंड में बीती रात हुई भारी बारिश के कारण बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर छिनका में भूस्खलन हो गया। इस दौरान हाईवे का करीब 100 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। हाईवे के दोनों ओर यात्रा वाहनों की लंबी लाइन लग गई है। यहां करीब छह किलोमीटर लंबा जाम लगा है। सेना के जवान भी जाम में फंसे हैं।
Uttarakhand: बदरीनाथ और उत्तरकाशी में भूस्खलन की जद में आए कई भवन, धीरे-धीरे खिसक रही जमीन, देखिए तस्वीरें
शाम तक भी वाहनों की आवाजाही सुचारू नहीं हो पाई है। जिससे हाईवे के दोनों ओर करीब 8000 तीर्थयात्री फंसे हैं जो हाईवे के खुलने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं, हाईवे अवरुद्ध होने पर पुलिस प्रशासन की ओर से तीर्थयात्रियों को बदरीनाथ धाम, जोशीमठ, पीपलकोटी, चमोली, कर्णप्रयाग आदि क्षेत्रों में रोक लिया गया है।
चमोली के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी ने बताया कि शाम छह बजे तक हाईवे वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा। प्रशासन की ओर से तीर्थयात्रियों को पानी की बोतलें और बिस्कुट दिए गए।
क्षेत्र में दुकानें पर्याप्त मात्रा में होने से तीर्थयात्रियों को कुछ राहत है। वहीं, सुबह नौ बजे से एनएचआईडीसीएल की जेसीबी मशीनें हाईवे को खोलने में जुटी हैं।
गोपेश्वर में बीती रात से हो रही बारिश से आज सुबह करीब गोपेश्वर नगर में पार्किंग में खडे़ वाहनों के ऊपर मलबा आने से तीन वाहन मलबे में दब गए।
नेग्वाड़ मोहल्ले में तीन वाहनों के पिछले हिस्से में मलबे में दब गए। पुलिस के गश्ती दल ने मलबा आने की सूचना स्थानीय लोगों को दी, जिस पर लोग मौके पर पहुंचे।