शेख हसीना से मिले राष्ट्रपति मैक्रों।
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फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों इन दिनों बांग्लादेश के दौरे पर हैं। इस दौरान बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और मैक्रों ने द्विपक्षीय वार्ता की। बैठक के दौरान बांग्लादेश ने फ्रांस के 10 एयरबस विमानों की खरीद के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किया है। इसके अलावा, दोनों देशों ने पृथ्वी अवलोकन उपग्रह प्रणाली के लिए आशय पत्र का आदान-प्रदान किया।
जानिए क्या बोले राष्ट्रपति मैक्रों
फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने पीएम शेख हसीना से कहा कि लोकतांत्रिक सिद्धांतों और कानूनों के आधार पर नए साम्राज्यवाद का सामना कर रहे हैं। चीन पर निशाना साधते हुए मैक्रों ने आगे कहा कि हम अपने सहयोगियों को धमकाने का इरादा नहीं रखते। हमारी रणनीति है कि हम अपने मित्र देशों की स्वतंत्रता और रणनीतिक स्वायत्तता को मजबूत करें। हम अपने मित्रों की संप्रभुता को अखंड करना चाहते हैं।
वर्षों बाद एयरबस की खरीदी
बांग्लादेश के प्रमुख एयरलाइन बिमान एयरलाइन ने फ्रांस से 10 एयरबस ए350 खरीदने के लिए समझौता किया है। दोनों देशों ने इस पर प्रतिबद्धता जाहिर की है। इस समझौते की कीमत करीब 3.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर आंकी जा रही है। बिमान एयरलाइन पहले अमेरिकी निर्माता बोइंग से विमानों की खरीदी करता था। बिमान के बेड़े में 20 से अधिक बोइंग विमान हैं। बता दें, बिमान बांग्लादेश की 51 साल पुरानी एयरलाइन है। इस बारे में, मैक्रों ने कहा कि द्विपक्षीय रिश्तों के
लिए यह एक महत्वपूर्ण समझौता था। बांग्लादेश के विश्वास के लिए मैं उसका धन्यवाद करता हूं।
जी20 के बाद बांग्लादेश पहुंचे मैक्रों
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों जी20 सम्मेलन में शामिल होने भारत आए थे। इसके बाद रविवार को वे बांग्लादेश पहुंचे थे।
खास बात यह है कि 33 वर्षों में किसी फ्रांसीसी राष्ट्रपति की बांग्लादेश की यह पहली ऐतिहासिक यात्रा है। दो दिवसीय दौरे पर बांग्लादेश पहुंचे राष्ट्रपति मैक्रों को सर्वोच्च राजकीय सम्मान के तौर पर 21 तोपों की सलामी दी गई थी।
ऐसा है दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्ता
1990 के दशक की शुरुआत में द्विपक्षीय व्यापार संबंध बढ़ने शुरू हुए, जबकि बांग्लादेश और फ्रांस के बीच कुल व्यापार 210 मिलियन यूरो से बढ़कर आज 4.9 बिलियन यूरो हो गया है और फ्रांस बांग्लादेश का 5वां सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है। बांग्लादेश के व्यापार अधिकारियों ने कहा कि फ्रांसीसी कंपनियां अब इंजीनियरिंग, ऊर्जा, एयरोस्पेस और जल क्षेत्रों सहित विभिन्न क्षेत्रों में शामिल हैं।