ओडिशा के कंधमाल जिले में शनिवार को गुस्साई भीड़ ने गांजा की तस्करी में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान एक पुलिस थाने में आग लगा दी। फिरिंगिया थाने में हुई इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। दक्षिणी रेंज आईजी सत्यब्रत भोई ने बताया कि भीड़ ने थाने में तोड़फोड़ की और कई दस्तावेज जला दिए।
स्थानीय लोगों ने थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ गांजा तस्करी मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर फुलबनी-फिरिंगिया-बालीगुड़ा सड़क को भी घंटों जाम किया। पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की तो भीड़ ने खदेड़ दिया। आईजी ने कहा कि थाना प्रभारी और दो अन्य पुलिसवालों पर लगे आरोपों की जांच कराई जाएगी।
भोई ने कहा कि लोगों का एक समूह फिरिंगिया पुलिस स्टेशन में घुस गया, वहां फर्नीचर में तोड़फोड़ की और थाने में आग लगा दी। घटना में कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी वहां भेजी गई है और कंधमाल के एसपी पुलिस बल के साथ फिरिंगिया पहुंच रहे हैं। अब स्थिति नियंत्रण में है। भोई ने कहा कि फिरिंगिया पुलिस थाने में हुई हिंसा में कुछ गांजा तस्करों के शामिल होने का संदेह है।
वहीं, ग्रामीणों ने दावा किया कि गांजा तस्करी में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की थी। लेकिन प्रभारी निरीक्षक और दो अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई,जिन्हें कम्बागुड़ा के ग्रामीणों ने पुलिस वैन से तस्करी के गांजे के साथ पकड़ा था।
चंद्रबाबू नायडू की यात्रा में हिंसा करने के आरोप में 50 गिरफ्तार
इधर, आंध्र प्रदेश के चित्तूर में तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू की यात्रा के दौरान पथराव और आगजनी करने के आरोप में लगभग 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शनिवार को बताया कि इसके अलावा, दंगों में शामिल 200 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस हिंसा में शामिल लोगों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज देख रही है। पूर्व सीएम नायडू की शुक्रवार की यात्रा के दौरान पथराव और आगजनी में कम से कम 20 पुलिसकर्मी और विपक्षी दल तेदेपा के साथ-साथ सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी के कई समर्थक घायल हो गए थे। चित्तूर जिले के पुलिस अधीक्षक वाई रिशांत रेड्डी ने बताया, हमारे पास वीडियो फुटेज है और हम 150 से 200 और लोगों को पकड़ सकते हैं।