पुलिस ने ऋषभ को पटना के एक फ्लैट से बरामद कर लिया।
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बिहार में हनी ट्रैप के जरिए एक युवक को अगवा किया गया। अपराधियों ने उसे छोड़ने के लिए 50 लाख की फिरौती मांगी। युवक को गया से पटना लाया गया। उसे गर्दनीबाग इलाके के एक फ्लैट में रखा गया। गया पुलिस ने पटना पुलिस और STF की मदद से बरामद कर लिया। साथ ही मास्टरमाइंड प्रीतम कुमार और लड़की समेत 4 लोगों को पकड़ लिया। पुलिसिया पूछताछ में जो चीजें सामने आई वह चौंकाने वाले थे।
पुलिस ने बताया कि कहानी की शुरुआत इंस्टाग्राम से होती है। गया के बेलागंज निवासी ऋषभ कुमार (20) को इंस्टाग्राम पर प्रिया नाम की लड़की से दोस्ती हुई। दोनों में बातचीत बढ़ने लगी। इस दौरान दोनों एक-दूसरे के करीब आए। ऋषभ लड़की के बुलाने पर उससे मिलने पटना भी आ गया। कुछ दिन बाद लड़की फिर से उसे पटना बुलाने लगी। इस बार वह कुछ कारण से नहीं आया पाया। इसके बाद लड़की फिर से पटना आने की जिद करने लगी। 30 जून को ऋषभ उससे मिलने पटना आया। लड़की ने उसे सुनसान जगह पर मिलने बुलाया। ऋषभ उससे मिलने गया तो उसका अपहरण कर लिया गया। पुलिस के अनुसार, ऋषभ ने बताया कि उसे एक फ्लैट पर हाथ-पैर बांधकर रखा गया था। वह भागने की कोशिश न करे इसके लिए अपराधी उसे इंजेक्शन देकर बेहोश कर देते थे।
इंजेक्शन देकर बेहोश कर दिया
ऋषभ ने बताया कि 30 जून को लड़की से मिलने अपने तीन दोस्तों के साथ संपतचक गया था। इसके बाद लड़की ने उससे कहा कि वह उसके साथ अकेले में क्वालिटी टाइम स्पेंड करना चाहती है। इसलिए अपने दोस्तों को यहां से जाने कहो। इसके बाद लड़की उसे सुनसान जगह पर लेकर गई। यहां पर तीन नकाबपोश मौजूद थे। जब तक मैं कुछ समझ पाता तीनों ने मुझे पकड़ लिया और इंजेक्शन देकर बेहोश कर दिया। इसके बाद जब मेरी आंख खुली तो मेरे हाथ-पैर बंधे हुए थे। पता चला कि मुझे अगवा कर लिया गया है।
बरामदगी के लिए स्पेशल टीम का गठन
पुलिस के अनुसार, ऋषभ के पिता ने बेलागंज थाने में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। इसके बाद उसे खोजने के लिए स्पेशल टीम का गठन किया गया। छानबीन के दौरान हमलोग उसे लास्ट लोकशन पर पहुंचे लेकिन वह नहीं मिला। इसके बाद ऋषभ के सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला तो पता कि वह इंस्टाग्राम पर किसी लड़की से चैट करना था। शक होने पर लड़की के इंस्टाग्राम को खंगाला। इसके बाद IP एड्रेस के जरिए हमलोग गर्दनीबाग पहुंचे और ऋषभ को बरामद किया।
जिम ट्रेनर निकला मास्टरमाइंड
पुलिस ने बताया कि इस घटना के पीछे का मास्टमाइंड एक जिम ट्रेनर है। उसकी पहचान पंडारक थाना इलाके के रहने वाले प्रीतम कुमार के रूप में हुई है। वह गर्दनीबाग के एक जिम में ट्रेनिंग देता है। इसने अपने दो दोस्त शुभम और रोशन के जरिए एक युवती से दोस्ती की। इसके वह इस लड़की के जरिए लड़कों को फंसाता था। पूछताछ के दौरान प्रीतम ने खुलासा किया कि उसने हनी ट्रैप के जरिए और भी लोगों को फंसाने की कोशिश की थी। लेकिन, वह सफल नहीं हो पाया था। इधर, पुलिस ने लड़की को बालिका सुधार गृह भेज दिया है।