मुख्यमंत्री नीतीश कुमार।
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विपक्षी एकता की बैठक से 3 दिन पहले यानी मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार तमिलनाडु जा रहे थे। नीतीश कुमार वहां से सीएम एमके स्टालिन से मिलने वाले थे। उनके साथ डिप्टी सीएम भी तमिलनाडु जा रहे थे। तेजस्वी निकले, अंत समय में नीतीश नहीं गए। नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव तमिलनाडु के पूर्व सीएम एम करुणानिधि की स्मृति में उनके पैतृक शहर तिरुवरूर में बनाए गए कलैगना कोट्टम का शुभारंभ करने वाले थे, लेकिन नीतीश ने ऐन मौके पर प्लान बदल दिया।
यह मुलाकात काफी अहम मानी जा रही
बताया जा रहा है कि विपक्षी एकता की बैठक से पहले नीतीश और स्टालिन की मुलाकात काफी अहम मानी जा रही थी। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि नीतीश कुमार एमके स्टालिन को विपक्षी एकता की बैठक में शामिल होने का निमंत्रण देने जा रहे हैं। यह मुलाकात काफी अहम मानी जा रही थी। ऐसा इसलिए भी कि सियासी गलियाारे में यह चर्चा है कि एमके स्टालिन कांग्रेस से नाराज चल रहे हैं। इसलिए सीएम नीतीश कुमार खुद तमिलनाडु जाकर उनसे बात करेंगे और विपक्षी एकता की बैठक में शामिल होने का निमंत्रण देंगे। कहा जा रहा है कि कांग्रेस के रुख को देखते हुए नीतीश कुमार ने अंतिम समय में अपनी प्लानिंग बदली, क्योंकि फिलहाल कांग्रेस के नंबर वन नेता राहुल गांधी के पटना आने का कार्यक्रम बहुत मुश्किल से, लेकिन पक्का है।
अब तक इन राज्यों के मुख्यमंत्री से मिल चुके हैं सीएम नीतीश
इससे पहले सीएम नीतीश कुमार बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे और शरद पवार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत विपक्ष के कई नेताओं से मिल चुके हैं।