सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : Amar Ujala
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पिछले कई दिन ब्रिटेन में हवाई यात्रा करने वालों के लिए काफी परेशानी भरे रहे। सैंकड़ों उड़ानें अचानक रद्द होने से हवाईअड्डों पर अफरातफरी का माहौल बना रहा। कोई कह रहा था साइबर हमला हुआ है तो कोई कुछ बोल रहा था। वहीं, अब इसको लेकर यूके के हवाई यातायात नियंत्रण प्रमुख ने बुधवार को कहा कि गलत उड़ान डेटा के कारण बड़े पैमाने पर व्यवधान हुआ और हजारों यात्री विमानों और हवाई अड्डों पर फंस गए।
नेशनल एयर ट्रैफिक सर्विसेज के मुख्य कार्यकारी मार्टिन रॉल्फ ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि विफलता उड़ान डेटा के कारण हुई थी, जिसे हमारा सिस्टम प्रोसेस नहीं कर सका। साथ ही उन्होंने पिछले बयान को भी दोहराया कि यह साइबर हमले के कारण नहीं हुआ था।
आगे कहा कि उन्हें विश्वास है कि ऐसी स्थिति दोबारा उत्पन्न नहीं होगी। इसलिए हमने यह सुनिश्चित करने के लिए पहले से ही कुछ बदलाव लागू कर दिए हैं कि अगर ऐसा दोबारा होता है, तो हम इसे बहुत, बहुत जल्दी हल कर सकते हैं।
हवाई यातायात प्रमुख ने यात्रियों को आश्वस्त किया कि सोमवार दोपहर से सभी नेशनल एयर ट्रैफिक सर्विसेज (एनएटीएस) सिस्टम सामान्य रूप से चल रहे हैं, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि गर्मी की छुट्टियों के दौरान वर्ष के विशेष रूप से व्यस्त यात्रा समय पर इस तरह का प्रभाव देखने को मिल सकता है। रॉल्फ ने कहा कि हम जानते हैं कि इस उड़ान डेटा में कुछ है और हम इसकी तह तक जाएंगे और समझेंगे कि क्यों ऐसा हुआ।
आगे बोले कि हम एक जांच कर रहे हैं, हम इसे अविश्वसनीय रूप से पूरी तरह से संचालित करेंगे। वहीं अगर कुछ भी संदिग्ध निकलता है तो उस रिपोर्ट के निष्कर्षों को सार्वजनिक किया जाएगा। उड़ान डेटा के विश्लेषण से पता चला कि मंगलवार को ब्रिटेन के छह सबसे व्यस्त हवाई अड्डों गैटविक में 75, हीथ्रो में 74, मैनचेस्टर में 63, स्टैनस्टेड में 28, ल्यूटन में 23 और एडिनबर्ग में 18 उड़ानों सहित लगभग 281 उड़ानें रद्द कर दी गईं।
पूरे यूके में हवाई सेवा में काफी परेशानी देखी गई। हजारों यात्री प्रभावित हुए, कई को दुनिया भर के हवाई अड्डों पर रात बिताने के लिए मजबूर होना पड़ा और कई अभी भी पुनर्निर्धारित उड़ानों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इस खराबी के कारण यात्री विदेश और ब्रिटेन में फंसे हुए थे और उन्हें घर लौटने के लिए वैकल्पिक रास्ते तलाशने पड़े। यात्रियों को चेतावनी दी गई है कि उन्हें लगातार व्यवधान की आशंका रहेगी। एक यात्री ने बताया कि उनकी उड़ान रद्द होने के बाद वह और उनके छोटे बच्चे हवाई अड्डे के फर्श पर सो गए थे।