कुल नौ विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों को बदला गया है। ये सीटें हैं बोअथ, घनपुर (स्टेशन), खानापुर, कोरातला, वायरा, कामारेड्डी, असिफाबाद, उप्पल और वेमुलावाड़ा। बीआरएस ने कई मौजूदा विधायकों का पत्ता भी काटा है। कामारेड्डी विधायक गम्पा गोवर्धन 115 सीटों की इस सूची में शामिल नहीं हैं। इस साल के चुनाव में गोवर्धन की जगह केसीआर यहां से चुनाव लड़ेंगे।
बीआरएस ने बोअथ से बापू राव राठौड़ की जगह अनिल जाधव को मौका दिया है। खानापुर सीट से अजमेर रेखा की जगह भुक्या जॉनसन राठौड़ नाइक को टिकट दिया गया है। कोरातला विधानसभा सीट पर मौजूदा विधायक कल्वाकुंटला विद्यासागर राव की जगह उनके बेटे डॉ. संजय कल्वाकुंतला को उतारा गया है। उप्पल विधानसभा क्षेत्र से बेथी सुभाष रेड्डी के स्थान पर बंडारू लक्ष्मा रेड्डी को लड़ाया गया है।
वेमुलावाड़ा से रमेश चेन्नामनेनी के बजाय चाल्मेदा लक्ष्मी नरसिम्हा राव को टिकट मिला है। सीएम केसीआर ने कहा कि वेमुलावाड़ा के विधायक चेन्नामनेनी रमेश को शामिल नहीं किया जा सका क्योंकि उनकी भारतीय नागरिकता पर विवाद था और टिकट चाल्मेदा लक्ष्मी नरसिम्हा राव को मिला।
पिछले विधानसभा चुनाव में वायरा सीट से एल. रामुलु नायक निर्दलीय विधायक चुने गए थे। हालांकि, बाद में वह भारत राष्ट्र समिति में शामिल हो गए। आज जारी हुई सूची में रामुलु को भी जगह नहीं मिली है। घनपुर (स्टेशन) सीट से डॉ. थातिकोंडा राजैया की जगह कदियम श्रीहरि को टिकट थमाया गया है।
हुजूराबाद सीट से पी. कौशिक रेड्डी को उतारा गया है। पिछली बार यहां से बीआरएस की टिकट पर एतला राजेंदर जीते थे जो बाद में भाजपा में शामिल हो गए। वहीं दुब्बक से इस बार के. प्रभाकर रेड्डी को टिकट थमाया गया है। टीआरएस विधायक रामलिंगा रेड्डी की मृत्यु के कारण 2020 में यहां उपचुनाव हुआ था। इस चुनाव में भाजपा के माधवनेनी रघुनंदन राव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीआरएस उम्मीदवार सोलिपेटा सुजाता को हराया था।
सिकंदराबाद कैंट से जी. लस्या नंदिता कि टिकट मिला है। दरअसल, यहां से विधायक रहे जी. सयन्ना की पिछले दिनों मृत्यु हो गई थी।
इन सीटों पर नहीं घोषित हुए उम्मीदवार?
फिलहाल चार विधानसभा क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की गई है। इनमें जनगांव, गोशामहल, नामपल्ली और नरसापुर सीटें शामिल हैं।