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अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय दूतावास में खलिस्तानी समर्थकों द्वारा आग लगाने की घटना की अमेरिका ने कड़ी निंदा की है। अमेरिका की ओर से इस मामले में कार्रवाई करने की भी बात की है। वहीं कनाडा की विदेश मंत्री ने इस घटना के बाद एक बयान जारी किया है और ऐसे विरोध प्रदर्शनों को अस्वीकार्य बताया है।
कनाडा के विदेश मंत्री मेलानी जोली ने ट्वीट कर कहा,’कनाडा ने वियाना कंवेंशन के तहत अपने दायित्वों को गंभीरता से लेते हुए आठ जुलाई को होने वाले विरोध प्रदर्शन ऑनलाइन प्रसारित हो रही प्रचार सामग्री के लिए कनाडा भारतीय अधिकारियों के साथ संपर्क में है।’ उन्होंने इस घटना की निंदा करते हुए इसे अस्वीकार्य बताया है।
अमेरिका के भारतीय दूतावास में खलिस्तानी समर्थकों ने लगाई आग
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रविवार दो जुलाई की मध्य रात्रि करीब डेढ़ बजे से ढाई बजे के बीच कुछ खालिस्तानी कट्टरपंथियों ने अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को स्थित वाणिज्य दूतावास में आग लगा दी थी। हालांकि, अग्निशमन की टीम तुरंत मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया। खलिस्तानियों ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोसल मीडिया पर वायरल भी किया। इस घटना पर अमेरिकी सरकार ने चिंता जाहिर की।
खलिस्तानी कट्टरपंथी भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू अमेरिका में भारत के महावाणिज्यदूत डॉ. टीवी नागेंद्र प्रसाद के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्टर्स शेयर कर रहे हैं। दरअसल खलिस्तानी इन दोनों पर कनाडा खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप लगा रहे हैं।
कनाडा में आठ जुलाई को रैली
कनाडा में आठ जुलाई को दोपहर 12:30 बजे खलिस्तानियों ने रैली का आयोजन किया है, जिसे ‘खालिस्तान फ्रीडम रैली’ नाम दिया गया है। यह रैली ग्रेट पंजाब बिजनेस सेंटर से शुरू होकर भारतीय दूतावास तक जाएगी। सोशल मीडिया पर इस रैली को लेकर पोस्टर भी वायरल हो रहा है। जहां इस पोस्टर में खालिस्तान समर्थक और आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर को ‘शहीद’ बताया गया है, वहीं दो भारतीय राजनयिकों को ‘हत्यारा’ बताया गया है। इस पोस्टर में सबसे नीचे दो मोबाइल नंबर भी दिया हुआ है।