चंद्रयान 3 (फाइल फोटो)
– फोटो : ANI
विस्तार
चंद्रयान-3 चंद्रमा पर उतरने के लिए तैयार है। राष्ट्र के लिए गौरव के इस पल को स्कूली बच्चे लाइव देखेंगे। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने स्कूलों को यथासंभव इस ऐतिहासिक क्षण को लाइव दिखाने की व्यवस्था करने को कहा है। बाकी स्कूल 24 अगस्त को इसकी रिकॉर्डिंग दिखा सकते हैं। यदि स्कूल में इस पल का गवाह बनना संभव नहीं हो तो शिक्षक व छात्र इसे घर पर देख सकते हैं। इस संबंध में सीबीएसई ने स्कूलों को एक सकुर्लर जारी किया है।
सीबीएसई के अनुसार चंद्रयान-3 की लैंडिंग भारतीय विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी के लिए भी बड़ा कदम है। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण 23 अगस्त को शाम 5:20 बजे से किया जाएगा। सोशल मीडिया के कई प्लेटफॉर्म के माध्यम से इसका सीधा प्रसारण इसरो की वेबसाइट, इसरो के यू-ट्यूब चैनल, इसरो के फेसबुक पेज व डीडी नेशनल टीवी चैनल पर देखा जा सकता है।
सीबीएसई की ओर से स्कूलों को भेजे गए निर्देशों में कहा गया है कि चंद्रमा पर भारत के चंद्रयान-3 की लैंडिंग एक यादगार अवसर है जो न केवल जिज्ञासा को बढ़ावा देगा बल्कि हमारे युवाओं के मन में खोज के लिए एक जुनून को भी जगाएगा। इससे गर्व और एकता की गहरी भावना पैदा होगी क्योंकि हम सामूहिक रूप से भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी की शक्ति का जश्न मनाएंगे। यह वैज्ञानिक जांच और नवाचार के माहौल को बढ़ावा देने में योगदान देगा।
इसी सब को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने स्कूलों को छात्रों और शिक्षकों के लिए बुधवार को जहां भी संभव हो चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग की लाइव स्ट्रीमिंग देखने की व्यवस्था करने को कहा है। शेष स्कूलों के लिए इसे बृहस्पतिवार को भी दिखाया जा सकता है। छात्र और शिक्षक इसे घर से भी देख सकते हैं।
नेहरू तारामंडल में मून शो की स्पेशल स्क्रीनिंग
नेहरू तारामंडल की ओर से बुधवार को द मून शो की स्पेशल स्क्रीनिंग की जाएगी। कार्यक्रम सुबह 9:30 बजे शुरू होगा। मून शो में चंद्रमा से जुड़ी अब तक की जानकारियां यहां देखने को मिलेंगी। शो चंद्रयान मिशन से जुड़े तथ्यों को भी समझाया जाएगा। किस तरह भारत ने दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले बेहद कम खर्च में चंद्रयान मिशन पर काम किया है। ऐसी तमाम जानकारी शो में ग्राफिक्स व विजुअल इफेक्ट्स के जरिए देखने को मिलने वाली है। चंद्रयान 3 मिशन की खुशी जाहिर करने के लिए तीन मूर्ति मार्ग पर स्थित नेहरू और तारामंडल संग्रहालय व पुस्तकालय परिसर की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम को देखने के लिए स्कूली छात्रों, विज्ञान के शोधार्थियों को भी बुलाया गया है।