China: चीनी विदेश मंत्री एक महीने से लापता, राष्ट्रपति से दुश्मनी या अमेरिकी टीवी एंकर से अफेयर पड़ा भारी?

China: चीनी विदेश मंत्री एक महीने से लापता, राष्ट्रपति से दुश्मनी या अमेरिकी टीवी एंकर से अफेयर पड़ा भारी?



China’s Foreign Minister Qin Gang
– फोटो : social media

विस्तार


चीन के 57 वर्षीय विदेश मंत्री किन गैंग को एक महीने से सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है। वह अपने तय कार्यक्रमों में विदेशी नेताओं से नहीं मिल रहे हैं। चीन का विदेश मंत्रालय भी उनके बारे कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। इसके चलते चीन में अटकलों का दौर तेज हो गया है। कुछ लोगों का मानना है कि चीन के विदेश मंत्री तो टीवी एंकर के साथ अफेयर करना महंगा पड़ गया। वहीं कुछ का कहना है गैंग की लोकप्रियता के कारण राष्ट्रपति उनके दुश्मन बन गए हैं। ऐसे में एक बार फिर से चीन में बड़े फेरबदल की आशंका जताई जा रही है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, किन को संयुक्त राज्य अमेरिका में राजदूत के रूप में एक संक्षिप्त कार्यकाल के बाद दिसंबर में विदेश मंत्री के रूप में पदोन्नत किया गया था।

वाशिंगटन को लगाई थी फटकार

गैंग पेशेवर राजनयिक हैं और उन्हें चीनी नेता शी जिनपिंग के भरोसेमंद सहयोगी माना जाता है। विदेश मंत्री के रूप में किन ने अमेरिका के ऊपर छोड़े गए एक संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे के मुद्दे पर वाशिंगटन को कड़ी फटकार लगाई थी। इसके बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में काफी खटास आ गई थी। उन्होंने दोनों पक्षों के बीच खराब संबंधों को सुधारने और बातचीत बहाल करने के प्रयासों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसमें जून के मध्य में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की बीजिंग यात्रा के दौरान मुलाकात शामिल है।

आइए आपको चीन के विदेश मंत्री किन गैंग के बारे में कुछ बताते हैं – 

  1. किन गैंग साल 2022 के दिसंबर में चीन के विदेश मंत्री बने थे। वह अपने जवाब देने और कूटनीतिज्ञ के रूप में जाने जाते हैं। गैंग ने 10 साल तक विदेश मंत्री रहे वांग यी का स्थान लिया था।

  2. ऐसा माना जाता है कि उन्होंने हाल ही में चीन के अपनाए गए ‘वुल्फ वॉरियर’ वाले डिप्लोमेटिक स्टाइल से खुद को अलग कर लिया था। इसकी वजह कम्युनिस्ट सरकार के नेतृत्व से उनकी नाराजगी थी।

  3. गैंग ने कहा था कि साल 2020 में पश्चिम में चीन की छवि खराब हो गई थी। इसका कारण यूरोपीय और अमेरिकियों, खासतौर पर मीडिया ने कभी भी चीन की राजनीतिक व्यवस्था या उसके आर्थिक उत्थान को स्वीकार नहीं किया था।

  4. संयुक्त राज्य अमेरिका में राजदूत के रूप में कार्य करते हुए किन ने वाशिंगटन में सार्वजनिक और मीडिया कार्यक्रमों के माध्यम से अपनी उपस्थिति बढ़ाई थी। इसमें उन्होंने चीन के हालातों के बारे में बताया था।

  5. चीन के विदेश मंत्री किन गैंग को 4 जुलाई को यूरोपीय यूनियन के फॉरेन पॉलिसी चीफ जोसेफ बोरेल से मिलना था, लेकिन इस बैठक की तारीख अचानक से आगे बढ़ा दी गई। बोरेल को दो दिन पहले इसकी जानकारी दी गई और बैठक टालने का कोई कारण भी नहीं बताया गया।

  6. मंत्री के रूप में जब उनकी नियुक्ति हुई तो गैंग ने अफ्रीका, यूरोप और मध्य एशिया का दौरा किया। इसके साथ-साथ बीजिंग में विदेशी गणमान्य व्यक्तियों की मेजबानी करते हुए एक कार्यक्रम भी आयोजित किया।

  7. किन को 25 जून के बाद से सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है। उन्हें सबसे अंतिम बार बीजिंग में रूस के उप विदेश मंत्री एंड्री रुडेंको से मुलाकात के दौरान देखा गया था।

  8. दो हफ्ते बाद इंडोनेशिया में उच्च स्तरीय आसियान शिखर सम्मेलन हुआ। इसमें चीन के विदेश मंत्री ने भाग नहीं लिया। उनकी इस अनुपस्थिति से ही सवाल उठने लगे कि आखिर गैंग गए कहां।

  9. गैंग के गायब होने पर चीन के विदेश मंत्रालय ने सफाई पेश की है। उसका कहना है कि तबीयत खराब होने की वजह से गेंग नहीं जा पाएंगे। हालांकि, इस सफाई से सोशल मीडिया पर उड़ने वाली अफवाहों को रोकने में कुछ खास मदद नहीं मिली है।

  10. एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि हर कोई जानना चाहता है, लेकिन सार्वजनिक रूप से इस पर चर्चा नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि स्थिति को बनाए रखने और जनता के जानने के अधिकार का सम्मान करने के बीच संतुलन बनाने की जरूरत है। 

  11. विदेश मंत्रालय ने किन की अनुपस्थिति के बारे में कई सवालों को टाल दिया है। जैसे उनके स्थान पर चीन का प्रतिनिधित्व कौन कर रहा है? उनकी जगह दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कौन कर रहा?

यह नेता भी हो चुका है गायब

चीन में बिना किसी स्पष्टीकरण के किसी वरिष्ठ नेता का इस तरह से लंबे वक्त के लिए सार्वजनिक तौर पर न दिखना कोई असाधारण बात नहीं है। इससे पहले साल 2012 में शी जिनपिंग भी गायब हो चुके हैं। जिनपिंग का चीन का राष्ट्रपति बनना लगभग तय था। तभी 1 सितंबर को वह गायब हो गए थे। वह अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन जैसी विदेशी नेताओं के साथ पहले से तय बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे। दो हफ्ते बाद 15 सितंबर वह लोगों के सामने आए और 15 नवंबर 2012 को चीन के राष्ट्रपति बने।



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