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इसी साल फरवरी में चीनी जासूसी गुब्बारे को अमेरिकी सेना ने अपने हवाई इलाके में घुसते वक्त गिरा दिया था। अमेरिकी सेना के अनुसार, गुब्बारे का आकार तीन बसों के बराबर था। गुब्बारे के बारे में अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा था कि उसपर सिग्नल लगे हुए थे, जो खुफिया जानकारी इकट्ठे करने के काम आता है।
अमेरिका के प्रहार के बाद चीनी जासूसी गुब्बारा समुद्र में गिरा
– फोटो : Social Media
विस्तार
इंग्लैंड की मीडिया ने चीन के जासूसी गुब्बारे के बारे में नए सबूत पेश किए। इसमें जापान-ताइवान की घटनाएं भी शामिल हैं। बता दें. कुछ महीने पहले अमेरिकी सेना ने भी अपने तटीय इलाके के पास एक गुब्बारा मारकर गिराया था, जिससे अमेरिका-चीन के रिश्तों में तनाव पैदा हो गए थे। पूर्वी एशिया को पार करते हुए गुब्बारे की कई तस्वीरें मीडिया ग्रुप को मिली है।
मीडिया ग्रुप के संस्थापक कोरी जस्कोलस्की ने बताया कि सिंथेटिक इंटेलिजेंस कंपनी के साथ काम करते वक्त हमें सितंबर 2021 में उत्तरी जापान को पार करने वाले गुब्बारे का सबूत मिला था। जिसे हमने उस वक्त जारी नहीं किया था। फोटो से सबूत मिले थे कि साक्ष्य इस बात की ओर इशारा करते हैं कि गुब्बारा मंगोलिया से सटे चीनी इलाके से लॉन्च किए गए थे।
अमेरिका के आरोप को चीन ने नकारा
इसी साल फरवरी में चीनी जासूसी गुब्बारे को अमेरिकी सेना ने अपने हवाई इलाके में घुसते वक्त गिरा दिया था। अमेरिकी सेना के अनुसार, गुब्बारे का आकार तीन बसों के बराबर था। गुब्बारे के बारे में अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा था कि उसपर सिग्नल लगे हुए थे, जो खुफिया जानकारी इकट्ठे करने के काम आता है। विमान में कई एंटिना थे, जिससे भूमि की पहचान की जा सकती थी। हालांकि, अमेरिका के आरोप पर चीन ने कहा था कि वह एक नागरिक हवाई जहाज था, जिसका इस्तेमाल मौसम की जांच के लिए किया जाता था। चीनी गुब्बारे के कारण अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अपनी चीन यात्रा भी स्थगित कर दी थी। तनाव बढ़ने के कारण पिछले सप्ताह ब्लिंकन ने चीन का दौरा किया था।
ताइवान के बारे में ऐसे मिला सबूत
जस्कोलस्की ने आगे कहा कि क्या चीन ने और गुब्बारे भी लॉन्च किए, इसकी जांच के लिए बीबीसी की टीम ने सोशल मीडिया और प्रेस रिपोर्ट की खोज की। इस दौरान उन्हें दो तस्वीरें मिली, जिसे ताइवान की मौसम एजेंसी ने ली थी। तस्वीर के अनुसार, सितंबर 2021 के अंत में राजधानी ताइपे के ऊपर एक गुब्बारा दिखाई दिया था। इसकी जांच की तो हमें एक गुब्बारा ताइवान के तटीय इलाकों के पास दिखाई दिया। जस्कोल्स्की की जांच से सामने आया कि फरवरी में अमेरिका में घुसा गुब्बारा मोंटाना राज्य में परमाणु वायु सेना अड्डे से करीब 130 किमी दूर था।