किन गैंग और एंटनी ब्लिंकन ने की फोन पर वार्ता।
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चीन और अमेरिका के बीच तनाव कम नहीं हो रहा है। इस बीच, चीन की अपनी प्रस्तावित यात्रा से पहले अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बुधवार को अपने चीनी समकक्ष किन गैंग से फोन पर वार्ता की है। इस दौरान दोनों देशों के बीच संचार के खुले रास्ते बनाए रखने के महत्व पर चर्चा की गई। ब्लिंकन ने बताया कि इस दौरान उन्होंने संघर्ष से बचने के लिए जिम्मेदारीपूर्ण रिश्तों पर जोर दिया।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने ट्वीट कर बताया कि वार्ता के दौरान द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर दोनों देशों के बीच संचार के खुले चैनल बनाए रखने के प्रयासों पर चर्चा की।
अमेरिका ने साफ की स्थिति
वहीं, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक बयान जारी कर जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री ब्लिंकन ने अपने चीनी समकक्ष के साथ अमेरिका-चीन के संबंधों को बेहतर बनाने के लिए संचार बनाए रखने के महत्व पर वार्ता की गई। इसके साथ ही दोनों नेताओं ने कई अन्य वैश्विक और द्विपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा की। उन्होंने यह भी बताया कि ब्लिंकन ने यह भी साफ कर दिया है कि अमेरिका चिंता के क्षेत्रों के साथ-साथ संभावित सहयोग के क्षेत्रों के मुद्दे उठाने के लिए राजनयिक संबंधों का उपयोग करना जारी रखेगा।
गौरतलब है कि अमेरिकी विदेश मंत्री पहले फरवरी में बीजिंग की यात्रा करने वाले थे।हालांकि जासूसी गुब्बारे के मुद्दे को लेकर दोनों देशों में तनाव बढ़ गया था, जिसके चलते उन्होंने अपनी यात्रा रद्द कर दी थी। अब कहा जा रहा है कि दोनों देशों में जारी तनाव को कम करने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री बीजिंग की यात्रा कर सकते हैं।
किन ने ताइवान मुद्दे पर कही यह बात
वार्ता के दौरान, किन ने ब्लिंकन से कहा कि अमेरिका को ताइवान के सवाल पर चीन की स्थिति का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करना बंद करना चाहिए। साथ ही प्रतिस्पर्धा के नाम पर चीन की संप्रभुता, सुरक्षा और विकास हितों को कमजोर करना बंद करना चाहिए।
किन ने ताइवान के सवाल पर चीन के गंभीर रुख और अन्य प्रमुख चिंताओं पर प्रकाश डाला। किन ने कहा कि इस साल की शुरुआत से चीन-अमेरिका संबंधों को नई कठिनाइयों और चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जिसके लिए यह बिल्कुल स्पष्ट है कि कौन जिम्मेदार है। इस दौरान किन ने वाशिंगटन से 2022 में बाली में जी20 शिखर सम्मेलन में दोनों देशों के बीच बनी महत्वपूर्ण सहमति को लागू करने का भी आग्रह किया। उन्होंने सहमति के संदर्भ में ठोस कार्रवाई करने और प्रासंगिक प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने का आग्रह किया।
इस रविवार को बीजिंग की यात्रा कर सकते हैं ब्लिंकन
गौरतलब है कि ब्लिंकन की कथित तौर पर इस रविवार को बीजिंग जाने की योजना है। ये यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की उस टिप्पणी के लगभग एक महीने बाद हो सकती है, जब उन्होंने कहा था कि उम्मीद है कि चीन के साथ संबंध ‘बहुत जल्द’ सुधरेंगे।
ब्लिंकन की यात्रा से पहले बीते सप्ताह पूर्व एशियाई और प्रशांत मामलों के सहायक अमेरिकी विदेश मंत्री डेनियल क्रिटेनब्रिंक ने बीजिंग का दौरा किया था। साथ ही दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए जमीन तैयार करने के लिए यहां अपने समकक्षों के साथ बातचीत की थी।
इस बीच, कुछ चीनी थिंक टैंक ने यूक्रेन रूस युद्ध में चीन के निरंतर समर्थन की समीक्षा के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि रूस के लगातार समर्थन से अमेरिका और यूरोपीय संघ के देशों के साथ बीजिंग के संबंधों को नुकसान पहुंचा है।