CBI
– फोटो : Amar Ujala
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केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अहमदाबाद के एक व्यक्ति से 9,30,000 अमेरिकी डॉलर यानी करीब 7.7 करोड़ रुपये से अधिक कीमत की क्रिप्टोकरेंसी जब्त की है। व्यक्ति पर आरोप है कि उसने एक बहु-राष्ट्रीय कंपनी के धोखाधड़ी विभाग के वरिष्ठ कार्यकारी के रूप में खुद को पेश करके एक अमेरिकी नागरिक को धोखा दिया है।
अमेजन का बताया अपने आपको अधिकारी
बताया जा रहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका के संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के इनपुट के आधार पर, सीबीआई ने रामावत शैशव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। शैशव ने अमेरिकी नागरिक को फोन कर खुद को अमेजन के धोखाधड़ी विभाग का अधिकारी जेम्स कार्लसन बताया।
अमेरिका के नागरिक से धोखाधड़ी
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के प्रवक्ता ने कहा कि आरोपी ने पीड़ित को विश्वास दिलाया कि उसके अमेजन खाते को कुछ बेईमान तत्वों द्वारा पहुंच बनाई जा रही थी और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर खाते खोलने के लिए चार अलग-अलग राज्यों में उसकी सामाजिक सुरक्षा का उपयोग किया जा रहा था। इतना ही नहीं, आरोपी ने पीड़ित को अपने बैंक खातों से नकदी निकालने और उसे रॉकिटकॉइन एटीएम वॉलेट में बिटकॉइन में जमा करने के लिए कहा और एक क्यूआर कोड भी साझा किया, जिसमें पीड़ित को गलत जानकारी दी गई कि यह कोड अमेरिकी ट्रेजरी द्वारा उसके लिए जारी किया गया है।
आरोप है कि पीड़ित का विश्वास हासिल करने के लिए शैशव ने 20 सितंबर, 2022 को एक फर्जी पत्र ई-मेल किया, जिसमें दावा किया गया कि यह अमेरिका के संघीय व्यापार आयोग द्वारा जारी किया गया था।
सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा कि पीड़ित ने कथित तौर पर 30 अगस्त, 2022 से नौ सितंबर, 2022 की अवधि के दौरान अलग-अलग तारीखों पर अपने बैंक खातों से 130,000 अमेरिकी डॉलर की राशि निकाली और उसे आरोपी द्वारा दिए गए बिटकॉइन पते पर जमा कर दिया।
एफबीआई की शिकायत पर कार्रवाई
अमेरिकी एजेंसी से जानकारी मिलने पर अहमदाबाद में आरोपी के परिसरों में तलाशी ली गई, जिसके परिणामस्वरूप आरोपियों के क्रिप्टो वॉलेट से 9,39,000 अमेरिकी डॉलर कीमत के बिटकॉइन, एथेरियम, रिपल, यूएसडीटी आदि क्रिप्टोकरेंसी और आपत्तिजनक सामग्री की बरामदगी और जब्ती हुई।
सीबीआई को शैशव के ई-वॉलेट में 28 बिटकॉइन, 55 एथेरियम, 25,572 रिपल और 77 यूएसडीटी मिले। तलाशी के दौरान शैशव के दो साथियों की भूमिका भी सामने आई है, जो अहमदाबाद के रहने वाले हैं। सीबीआई ने उनके परिसरों की भी तलाशी ली। इस दौरान मोबाइल फोन, आपत्तिजनक सामग्री वाले लैपटॉप और अन्य डिजिटल उपकरण जब्त किए गए।