कांग्रेस कार्य समिति की बैठक (फाइल फोटो)
– फोटो : एक्स/राहुल गांधी
विस्तार
पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान से पहले कांग्रेस एक खास रणनीति पर काम करने की तैयारी में जुट चुकी है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सोमवार को कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक होगी। इस दौरान जाति जनगणना और चुनावी रणनीतियां पर चर्चा होने की संभावना है। कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी मौजूद रहेंगे। बैठक में कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीतियों को लेकर विचार विमर्श करेंगे।
जाति जनगणना को लेकर कांग्रेस में कई मत
जहां एक तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी जाति जनगणना के समर्थन की बात कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस नेता इस पर चिंता जाहिर कर रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने राहुल गांधी के ‘जितनी आबादी, उतना हक’ नारे पर चिंता जताते हुए कहा था कि यह बहुसंख्यकवाद का समर्थन है। हालांकि कांग्रेस ने उनकी इन टिप्पणियों से दूरी बनाई रखी। कांग्रेस की आपत्ति के बाद अचानक अभिषेक सिंघवी ने जाति जनगणना पर चिंता जाहिर वाले बयान को तुरंत हटा दिया। भले ही उन्होंने पोस्ट को हटा दिया है, लेकिन इस पोस्ट ने यह साफतौर पर बता दिया है कि कांग्रेस का एक समूह इस जाति जनगणना को लेकर चिन्तित है।
भाजपा ने कहा, हम जाति जनगणना के पक्षधर नहीं
जैसे-जैसे चुनावी की तारीखों के ऐलान का समय नजदीक आ रहा है। वैसे-वैसे दलों के बीच बयानबाजी का दौर तेज हो गया है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने संसद में मंडल आयोग का विरोध किया था। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस अब जाति जनगणना की बात कर रही है। भाजपा कभी भी जाति जनगणना की पक्षधर नहीं रही है।
कांग्रेस का ‘जाति जनगणना’ राग
कांग्रेस ने भाजपा को चुनावी शिकस्त देने के लिए जाति जनगणना पर जोर दिया है। बिहार की जाति जनगणना सामने आने के बाद से ही कांग्रेस शासित राज्य में गणना को लेकर कवायद तेज हो गई है। शनिवार को राजस्थान ने इसी तरह के आयोजन के आदेश जारी किए। वहीं छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने घोषणा की है कि अगर वह दोबारा सत्ता में वापस आई तो राज्य में जाति जनगणना करवाई जाएगी। गौरतलब है कि कांग्रेस शासित राज्य कर्नाटक पहले ही जनगणना की घोषणा कर चुका है, जिसके साल के अंत तक आने की संभावना है।
चुनावी फतेह को लेकर कांग्रेस की रणनीति
सोमवार को होने वाली कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में पांच चुनावी राज्यों के मद्देनजर कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। एक तरफ कांग्रेस छत्तीसगढ़ और राजस्थान में अपनी सरकारें बचाने की रणनीति तैयार करेगी। वहीं मध्य प्रदेश में भाजपा, तेलंगाना में बीआएस, मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट से सत्ता छीनने की चुनावी रणनीति पर चर्चा की जाएगी।