लॉरेंस बिश्नोई
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मुंबई में सिलसिलेवार बम धमाकों के आरोपी भगोड़े दाऊद इब्राहिम के गिरोह की तरह ही लॉरेंस बिश्नोई गैंग तेजी से फैल रहा है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकी-गैंगस्टर साजिश के मामले में दायर आरोपपत्र में कहा है, जिस तरह से 1990 के दशक में दाऊद ने अपना गिरोह खड़ा किया था, कुछ वैसा ही लॉरेंस भी कर रहा है।
लॉरेंस व विदेश में बैठे गोल्डी बराड़ समेत 16 गैंगस्टरों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) संशोधन अधिनियम में दाखिल आरोपपत्र के मुताबिक, लॉरेंस और उसके आतंकी सिंडिकेट के विस्तार व भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी दाऊद के उदय में कई समानताएं हैं। दोनों की दहशत का साम्राज्य अभूतपूर्व तेजी से फैला है। छोटे-मोटे अपराध करने वाले लॉरेंस का अब अपना गैंग है। गोल्डी की मदद से लॉरेंस ने गिरोह को पंजाब से यूपी, हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान व झारखंड तक फैला लिया है। गैंग में 700 से ज्यादा शूटर हैं।
सोशल मीडिया के जरिये बदमाशों की भर्ती
एनआईए के मुताबिक, लॉरेंस गैंग सोशल मीडिया के जरिये युवकों को कनाडा में विलासितापूर्ण जिंदगी जीने का लालच देकर अपने साथ मिलाता है।
खालिस्तानी आतंकियों से संपर्क
लॉरेंस गैंग का खालिस्तानी आतंकियों से भी संपर्क है। पाकिस्तान में बैठा खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा लॉरेंस गैंग के बदमाशों के जरिये ही पंजाब में लक्षित हत्याएं व आपराधिक गतिविधियां करता है।