यमुना में डूबा मंदिर
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यमुना में बढ़े जलस्तर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई और प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित निकालने व राहत केंद्रों में हर संभव सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दिए। उन्होंने निचले इलाकों में रह रहे लोगों से घर खाली करने की अपील की। दिल्ली में कई जगह राहत केंद्र बनाए गए हैं। जरूरत पड़ने पर आसपास के स्कूलों को राहत केंद्रों बनाने का निर्देश दिया गया है। वहीं उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने भी बुधवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का मुआयना किया। साथ ही आज यानी गुरुवार को डीडीएमए की बैठक भी बुलाई है।
सीएम ने कहा कि बोट क्लब, मोनेस्ट्री मार्केट, नीली छतरी टेम्पल, यमुना बाजार, गीता घाट समेत कई इलाकों में पानी भर गया है। मंगलवार को बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा गया था। इसे दिल्ली में पहुंचने पर यमुना का जलस्तर और बढ़ेगा। सचिवालय में हुई इस बैठक के बाद राजस्व मंत्री आतिशी और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री सौरभ भारद्वाज की मौजूदगी में केजरीवाल ने प्रेसवार्ता में कहा कि यमुना में जलस्तर बढ़ता जा रहा है और दिल्ली में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। दो-तीन दिन से दिल्ली में बारिश नहीं हो रही है।
यमुना में अभी जितना भी पानी आ रहा है, वह हिमाचल प्रदेश और हरियाणा से होते हुए दिल्ली पहुंच रहा है। हथिनीकुंड बैराज को खोलने से यह सारा पानी आता है। हमें इस बैराज की स्थिति की ज्यादा जानकारी नहीं है, इसलिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर हथिनी कुंड में पानी छोड़े जाने की गति को थोड़ा कम करने के लिए कहा गया है। वहां से पानी भी निकालना जरूरी है, लेकिन जितनी तेज गति से दिल्ली की ओर पानी भेजा जा रहा है, अगर उसकी गति को कम कर दिया जाए तो यमुना के स्तर को और ऊपर जाने से रोका जा सकता है।
एक-दो दिन में स्थिति में सुधार आ जाएगा
केजरीवाल ने कहा कि अमित शाह को चिट्ठी लिखने के कुछ देर बाद केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का फोन आया था। उन्होंने बताया कि हथिनी कुंड सिर्फ बैराज है और उसके पीछे कोई जलाशय नहीं है। वहां पानी को रोकने की कोई सुविधा नहीं है, इसलिए पानी रोका नहीं जा सकता। अब हिमाचल प्रदेश से आने वाला पानी कम होने लगा है और आने वाले एक-दो दिन में स्थिति में सुधार आ जाएगा।