सीएम अरविंद केजरीवाल
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आप के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का दावा है कि केंद्र सरकार संसद के विशेष सत्र में देश का नाम बदलने का प्रस्ताव लाने जा रही है। भाजपा विपक्ष के इंडिया गठबंधन से बौखला गई है। साथ ही सवाल भी किया कि अगर गठबंधन का नाम बदलकर भारत रखा गया तो क्या ये भारत नाम भी बदल देंगे? इतना पुराना हमारा देश है, उसका नाम इसलिए बदला जा रहा है, क्योंकि इंडिया गठबंधन बन गया है और भाजपा को लगता है कि उनके वोट कम हो जाएंगे।
केजरीवाल ने मंगलवार मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनके पास कोई आधिकारिक सूचना नहीं है, लेकिन सियासी गलियारों में इसकी चर्चा है। देश तो 140 करोड़ लोगों का है, किसी एक पार्टी का देश नहीं है। दरअसल भाजपा को लग रहा है कि इंडिया गठबंधन बनने के बाद उसके वोट कम हो जाएंगे, इसलिए भारत का नाम बदल दो। केजरीवाल ने कहा कि जिस दिन इंडिया गठबंधन की बैठक हुई, उस दिन भाजपा ने देश का ध्यान भटकाने के लिए ‘‘वन नेशन-वन इलेक्शन का शिगूफा छोड़ दिया। उन्होंने पूछा कि वन नेशन वन इलेक्शन से जनता को क्या फायदा है? क्या वन नेशन वन इलेक्शन से महंगाई और बेरोजगारी कम हो जाएगी?
संजय सिंह का केंद्र पर हमला
आप नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह और आप की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि मोदी सरकार संविधान से इंडिया शब्द को हटाना चाहती है। इसकी शुरुआत आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत ने की। इंडिया शब्द को हटाकर अब सिर्फ भारत शब्द का इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस ने हमेशा नफरत फैलाने का काम किया है, लेकिन बाबा साहेब ने वंचित समाज से उठकर देश का संविधान लिखा। इस बात की कुंठा आरएसएस और भाजपा के मन में है।
बघेल का भी यही सवाल
उधर, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इस मामले में वही सवाल किया है जो केजरीवाल ने पूछा है। बघेल ने कहा हमें राष्ट्रपति से निमंत्रण पत्र मिला है। अब तक हमें ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ से निमंत्रण पत्र मिलता था लेकिन इस बार ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ से निमंत्रण पत्र आया है। भारत के साथ इतनी दिक्कत? अब विपक्षी गठबंधन का नाम इंडिया है इसलिए भाजपा इसे नजरअंदाज कर रही है। कल अगर गठबंधन का नाम बदलकर भारत हो गया को क्या भाजपा उसे भी बदल देगी।