Ambassador of Finland to India Kimmo Lahdevirta
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भारत वैश्विक रिश्तों को कितनी अहमियत देता है, इसका अंदाजा इसी बात से होता है कि फिनलैंड के राजदूत देश के साथ संबंधों को लेकर कितने सकारात्मक हैं। फिनलैंड के राजदूत किम्मो लाहदेविर्ता ने भारत और फिनलैंड के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ पूरी होने से पहले कहा, दोनों देशों के संबंधों के परिणाम लाभकारी होंगे। उन्होंने मुक्त व्यापार वार्ता से भी बेहतरीन परिणाम आने की उम्मीद जाहिर की।
75 साल का संबंध, वार्ता के परिणाम अच्छे होने की आशा
दरअसल, अगले साल भारत और फिनलैंड के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ होगी। दोनों देशों के संबंधों पर भारत में फिनलैंड के राजदूत किम्मो लाहदेविर्ता ने शुक्रवार को कहा, चल रही मुक्त व्यापार वार्ता व्यापारिक मोर्चे पर दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगी। उन्होंने कहा, यूरोपीय संघ भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार है। इस नजरिए से मुक्त व्यापार समझौता बहुत महत्वपूर्ण है। वार्ता के परिणाम दोनों पक्षों के लिए फायदेमंद होंगे।
भारत-फिनलैंड के नागरिकों का संपर्क जरूरी, पर्यटन की अहम भूमिका
उन्होंने कहा कि पिछले दशकों में, दोनों देशों ने व्यापार, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और संस्कृति सहित कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय गहराई देखी है। पर्यटन में भारत और फिनलैंड के संबंधों की व्याख्या करते हुए फिनलैंड के राजदूत ने कहा, दोनों देशों के नागरिकों के बीच संपर्क… पर्यटन बहुत महत्वपूर्ण हैं। फिनलैंड के हेलसिंकी से भारत जाने के लिए फिनर सीधी उड़ान संचालित करती है। सुविधाजनक यात्रा के कारण बहुत आदान-प्रदान होता है।
AI के साथ-साथ अब 5जी और 6जी की तैयारियां
फिनलैंड के राजदूत लाहदेविर्ता ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी दोनों देशों के बीच प्रगाढ़ संबंधों की आशा व्यक्त की। उन्होंने कहा, हम वास्तव में रिश्तों के विकास की अपार संभावनाएं देखते हैं। खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), 5जी, 6जी नेटवर्क कनेक्टिविटी, नई हरित प्रौद्योगिकी, जैव ईंधन समेत अन्य अनुसंधान समेकित विकास के नजरिए से बेहद महत्वपूर्ण हैं।
फिनलैंड में भारत की कंपनियों का रोल
उन्होंने दोनों देशों में हो रहे प्रयासों को रेखांकित करते हुए कहा, कुछ फिनिश स्टार्ट-अप भारत में भागीदारों की तलाश कर रहे हैं। भारतीय कंपनियां भी फिनलैंड में बेहद सक्रिय हैं। फोर्टम कॉर्प, लिंडस्ट्रॉम, नोकिया, वाल्मिट और बर्टिला जैसी बड़ी फिनिश कंपनियां पहले ही भारत में बड़ी यूनिट्स स्थापित कर चुकी हैं। इसके अलावा, टाटा महिंद्रा, इंफोसिस, टीसीएस, मदरसन ग्रुप जैसी भारतीय कंपनियों ने भी फिनलैंड में महत्वपूर्ण निवेश किया है।
संभावनाओं को लेकर उत्साह
द्विपक्षीय संबंध और यूरोपीय संघ का भागीदार होने के अलावा, लाहदेविर्ता ने इस बात पर भी जोर दिया कि नॉर्डिक क्षेत्र, बाल्टिक क्षेत्र और भारत के बीच साझेदारी बनाने में भी फिनलैंड काफी महत्व देखता है। उन्होंने कहा कि नवंबर में बाल्टिक इंडिया बिजनेस कॉन्क्लेव होगा। हमें मंत्री-स्तरीय प्रतिनिधित्व और बिजनेस प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की उम्मीद है। फिनलैंड संभावनाओं को लेकर उत्साहित है।