Etah News: मेडिकल कॉलेज में मरीज की मौत
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उत्तर प्रदेश के एटा में मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में शनिवार रात एक वृद्ध मरीज की मौत हो गई। परिजन ने ऑक्सीजन के अभाव में मौत होने का आरोप लगाते हुए हंगामा मचाना शुरू कर दिया। हंगामा बढ़ता देख वहां तैनात चिकित्सक और कर्मी नदारद हो गए। काफी देर तक हंगामा चलता रहा। नायब तहसीलदार पुलिस बल के साथ पहुंचे और जांच-पड़ताल की।
गांव सोंहार निवासी रामजी मिश्रा (60) को रात करीब 9 बजे परिजन मेडिकल कॉलेज लेकर आए। यहां चिकित्सकों ने उन्हें इलाज के लिए भर्ती कर लिया। इनको एमडीआर टीबी मरीज बताया गया था। करीब 15 मिनट बाद इनकी मौत हो गई। मृतक के भतीजे अमित मिश्रा ने बताया कि गंभीर हालत में उन्हें ऑक्सीजन की जरूरत थी। लेकिन यहां ऑक्सीजन बिल्कुल भी नहीं थे।
इसके चलते वह तड़पते रहे और दम तोड़ दिया। उनकी मौत के बाद परिजन हंगामा करने लगे। चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों से जमकर वाद-विवाद हुआ। जिसके बाद चिकित्सक और कर्मचारी वहां से चले गए। हंगामे की सूचना पर सदर तहसील के नायब तहसीलदार शाश्वत अग्रवाल पुलिस बल के साथ पहुंचे। उन्होंने वहां अभिलेख आदि चेक किए। साथ ही मृतक के परिजन व स्वास्थ्य कर्मियों के बयान लिए।
कई दिन से बंद है ऑक्सीजन प्लांट
ऑक्सीजन प्लांट की तय समय में सर्विस न होने की वजह से यह बंद पड़ा है। कई दिन से यहां ऑक्सीजन का उत्पादन नहीं हो पा रहा है। छोटे सिलिंडरों से काम चलाया जरा रहा है।
ऑक्सीजन के अभाव में मौत का आरोप
हंगामा कर रहे लोगों ने बताया कि हम लोगों से करीब एक घंटे पहले शहर के प्रेमनगर के रहने वाले मनोज गुप्ता नाम के युवक को भर्ती कराया गया था। उसकी हालत भी काफी नाजुक थी और ऑक्सीजन की जरूरत थी। लेकिन ऑक्सीजन नहीं मिली, जिसकी वजह से जान नहीं बच सकी। इसके बाद परिजन शव को लेकर चले गए।
हालांकि इमजरेंसी ड़्यूटी पर तैनात डॉ. शिवप्रताप का कहना है कि मरीज की मौत हार्टअटैक की वजह से हुई थी। जबकि टीबी मरीज के फेफड़ों में काफी ज्यादा पानी भरा हुआ था। इमरजेंसी में ऑक्सीजन पर्याप्त है। ऑक्सीजन की कमी से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है।