जी20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन भारत को बड़ी सफलता मिली। बैठक में नई दिल्ली घोषणा पत्र पर सहमति बन गई और इसे पास कर दिया गया। 37 पन्नों के घोषणा पत्र में भारत की वसुधैव कुटुम्बकम की नीति साफ झलकती है। पहले दिन सम्मेलन के दो सत्रों में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। अब थोड़ी देर में ही दुनिया के ताकतवर देशों के नेता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मेजबानी में आयोजित रात्रिभाज में शामिल होंगे।
मैन्यू में क्या-क्या?
शुरुआती व्यंजन
पात्रम ‘ताजी हवा का झोंका’
दही के गोले और भारतीय मसालेदार चटनी से सजे कंगनी श्रीअन्न लीफ क्रिस्प (दूध, गेहूं और मेवा युक्त)
मुख्य व्यंजन
वनवर्णम ‘मिट्टी के गुण’
ग्लेजड कॉरेस्ट मशरूम, कुटकी श्रीअन्न क्रिस्प और करी पत्ते के साथ तैयार केरल लाल चावल के साथ परोसे गए कटहल गैलेट (दूध और गेहूं युक्त)
भारतीय रोटियां
– मुंबई पाव
कलौंजी के स्वाद वाले मुलायम बन (दूध और गेहूं युक्त)
– बाकरखानी
इलायची के स्वाद वाली मीठी रोटी (दूध, चीनी और गेहूं युक्त)
मिष्ठान
मधुरिमा ‘स्वर्ण कलश’
इलायची की खुशबू वाला सांवा का हलवा, अंजीर-आडू मुरब्बा और अंबेमोहर राइस क्रिस्प्स (दूध, श्रीअन्न, गेहूं और मेवा युक्त)
पेय पदार्थ
कश्मीरी कहवा, फिल्टर कॉफी और दार्जलिंग चाय
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– पान के स्वाद वाली चॉकलेट लीव्स
वैश्विक नेताओं की पत्नियों के लिए परोसे गए मोटे अनाज के व्यंजन
इससे पहले जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले विभिन्न देशों के नेताओं की पत्नियों और प्रथम महिलाओं के लिए शनिवार को जयपुर हाउस में दोपहर के विशेष भोजन की व्यवस्था की गई। भोजन के बाद उन्हें राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय (एनजीएमए) में कलाकृतियों की एक प्रदर्शनी का दौरा कराया गया। समूह को मोटे अनाज आधारित व्यंजन परोसे गए और उन्होंने कुछ ‘स्ट्रीट फूड’ का भी आनंद उठाया। तुर्किये, जापान, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और मॉरीशस के राष्ट्राध्यक्षों की पत्नियों सहित अन्य ने एनजीएमए में प्रदर्शनी का दौरा किया।
हर राज्य का कुछ न कुछ स्पेशल
मेहमानों को परोसे गए सभी व्यंजन शाकाहारी रहे, इनमें से ज्यादातर मोटे अनाज के रहे। इसके अलावा हर राज्य का कुछ स्पेशल व्यंजन परोसा गया। इसमें बिहार का फेमस लिट्टी चोखा, राजस्थान का दाल बाटी चूरमा, पंजाब का फेमस दाल तड़का, दक्षिण भारत का उत्तपम और इडली, मसाला डोसा और मीठे में जलेबी शामिल है। यही नहीं देसी फूड का भी तड़का लगाया गया। इनमें गोलगप्पा, दही भल्ला, समोसा, भेलपुरी और चटपटी चाट शामिल थी।
राष्ट्राध्यक्षों को ज्वार-बाजरा आधारित व्यंजन भी परोस रहे हैं
भारत की ओर से पिछले साल जी20 की अध्यक्षता संभालने के बाद से समूह के कई कार्यक्रमों में प्रतिनिधियों को दोपहर और रात के समय परोसे जाने वाले भोजन में बाजरा आधारित व्यंजन शामिल थे। दिल्ली के लक्जरी होटल जी20 शिखर सम्मेलन के लिए आए राष्ट्राध्यक्षों को ज्वार-बाजरा आधारित व्यंजन भी परोस रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय ज्वार-बाजरा वर्ष 2023 का प्रस्ताव दिया था
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय ज्वार-बाजरा वर्ष 2023 का प्रस्ताव दिया था। प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा स्वीकार कर लिया गया था।