पीएम मोदी।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से जुड़े किसी भी कार्यक्रम में शामिल जरूर होते हैं, फिर चाहे वो व्यक्तिगत रूप से हो या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा या फिर कोई मैसेज तो जरूर देते हैं।
इसी क्रम में वाराणसी में शनिवार को आयोजित जी20 में संस्कृति मंत्रियों के कार्यक्रम से पहले पीएम ने एक वीडियो संदेश दिया है। जिसमें उन्होंने कहा- ‘मुझे खुशी है कि हम वाराणसी में मिल रहे हैं जो मेरा संसदीय क्षेत्र है। काशी न केवल दुनिया का सबसे पुराना जीवित शहर है, यहां से कुछ ही दूरी पर सारनाथ भी है जहां भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था। यह वास्तव में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी है।’
#WATCH | “…I am delighted that we are meeting in Varanasi which is my parliamentary constituency…Kashi is not just the world’s oldest living city not far from here is Saranath where Lord Buddha delivered his first sermon…It is indeed the spiritual & cultural capital of… pic.twitter.com/qgML6VesvS
— ANI (@ANI) August 26, 2023
बता दें कि वाराणसी में G-20 देशों के सांस्कृतिक मंत्रियों की चौथी एवं अंतिम बैठक आज होगी। वाराणसी में 23 अगस्त से प्रतिनिधियों ने आना शुरू कर दिया था। इस अवसर पर काशी की सड़कों और घाटों को सजाया गया है।
आज जमेगा सुर वसुधा का रंग
केंद्रीय मंत्रियों ने शनिवार को शाम 6.30 बजे बड़ा लालपुर स्थित हस्तकला संकुल में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रम सुर वसुधा की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि जी20 देशों के साथ ही आठ आमंत्रित देश (बांग्लादेश, मॉरिशस, नीदरलैंड, ओमान, सिंगापुर, स्पेन, नाइजीरिया, यूएई) के कलाकार सुर वसुधा कार्यक्रम का हिस्सा बन रहे हैं। छह अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं भी हिस्सा ले रही हैं। यह कार्यक्रम पहले सऊदी अरब, इटली, इंडोनेशिया में हो चुका है। पहली बार भारत की अध्यक्षता हो रहा है।