पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
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गे-डेटिंग एप के माध्यम से समलैंगिक युवकों को फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल करने वाले गिरोह के छह सदस्यों को पूछताछ के बाद पुलिस ने जेल भेज दिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने उनके गिरोह में सिर्फ उन्हीं छह लोगों के शामिल होने का दावा किया है। हालांकि, पुलिस को उनके काकादेव कोचिंग मंडी में भी अपना जाल फैला रखने की आशंका है।
इसकी पुष्टि के लिए आरोपी छात्रों के मोबाइल फोन की सीडीआर खंगाली जा रही। वहीं, उनके बैंक खातों की डिटेल पता करने के लिए पुलिस की ओर से बैंकों को पत्र जारी किया जाएगा।
मंगलवार को पुलिस ने ब्लूड नाम के गे-डेटिंग एप का इस्तेमाल करके सैकड़ों युवकों को ठगने वाले कानपुर में पढ़ने आए छह छात्रों के गिरोह का भंडाफोड़ किया था।
आरोपियों की पहचान जालौन के कालपी गांव बैरी निवासी सरगना दिलीप उर्फ प्रद्युम्न सिंह (21), कानपुर देहात के राजपुर निवासी बृजेंद्र सिंह (19), कानपुर देहात राजपुर निवासी प्रवीन सिंह (20), महोबा के गांधीनगर निवासी अरुण राजपूत (22), जालौन के कालपी बैरी गांव निवासी विपिन सिंह (21), मैनपुरी के भोगांव रूई निवासी पवन कुमार (22) के रूप में हुई थी।
एडीसीपी वेस्ट लाखन यादव ने बताया कि छात्रों ने पूछताछ में बताया कि सिर्फ उन्हीं छह लोगों ने मिलकर अपना गिरोह बना रखा है। उनके बैंक खातों की डिटेल पता करने के लिए बैंकों से पत्राचार किया जाएगा। इससे साफ हो सकेगा कि उन्हेंने कितने लोगों से और कितने रुपयों की अब तक वसूली की है।