गंगोत्री हाईवे पर खाई में गिरी बस
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री हाईवे पर रविवार को गंगनानी के पास एक बस खाई में गिर गई। बस में गुजरात के यात्री सवार थे। इस हादसे में सात लोगों की मौत हो गई। घटनास्थल पर करीब साढ़े तीन घंटे रेस्क्यू चलाया गया। इसके बाद 28 लोगों की जान बचाई जा सकी। बस 35 लोगों को लेकर गंगोत्री से लौट रही थी। यह हादसा गंगनानी में ड्राइवर के बस से नियंत्रण खो देने के कारण हुआ।
गुजरात सरकार लगातार उत्तराखंड सरकार के संपर्क में
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सभी घायल तीर्थयात्री गुजरात के भावनगर और सूरत जिले के रहने वाले हैं। वहीं गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रशासन लगातार उत्तराखंड सरकार के संपर्क में है। उन्होंने इस घटना पर दुख जताया और घायल नागरिकों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
सीएम भूपेंद्र पटेल ने जताया दुख
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि मैं उस दुखद घटना से दुखी हूं जिसमें उत्तराखंड में बस के खाई में गिरने से गुजरात के तीर्थयात्रियों की जान चली गई। मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है। उन्होंने कहा कि घायल नागरिकों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
पुष्कर सिंह धामी ने बचाव कार्य तेज गति से चलाने का निर्देश दिया
वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुर्घटना पर दुख व्यक्त करते हुए पीड़ितों के लिए प्रार्थना की और शोक संतप्त परिवारों को यह नुकसान सहने की शक्ति दी। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की। इससे पहले हादसे की जानकारी मिलते ही दिल्ली में मौजूद सीएम धामी ने तुरंत शीर्ष अधिकारियों से बात की और उन्हें राहत और बचाव कार्य तेज गति से चलाने का निर्देश दिया।
उत्तराखंड के सीएम धामी ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर सहायता प्रदान करने के लिए देहरादून में एक हेलीकॉप्टर तैयार रखा गया है। हालांकि, खराब मौसम के कारण यह उड़ान नहीं भर सका। उन्होंने कहा कि उन्होंने उत्तरकाशी जिले के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और अतिरिक्त मुख्य सचिव से भी फोन पर बात की और उनसे बचाव कार्यों की निगरानी करने को कहा है।
28 घायलों में से 11 को गंभीर चोटें
एसपी यदुवंशी ने कहा कि 28 घायलों में से 11 को गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें एम्स, ऋषिकेश भेजा गया है। हादसे की जानकारी मिलने के बाद पुलिस, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें मौके पर पहुंचीं और बचाव एवं राहत कार्य शुरू किया। उन्होंने घायलों को खाई से बाहर निकाला और एम्बुलेंस के माध्यम से उत्तरकाशी जिला अस्पताल भेजा।