राष्ट्रीय संगोष्ठी के दौरान श्री आदि विश्वेश्वर मंदिर ज्ञानवापी के प्रतिरूप मॉडल का किया गया अनावरण।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
श्री आदि महादेव काशी धर्मालय मुक्ति न्यास के बैनर तले रविवार को काशी से आदिविश्वेश्वर की मुक्ति का शंखनाद हुआ। प्राचीन आदि विश्वेश्वर मंदिर ज्ञानवापी के भव्य, नव्य मॉडल का अनावरण किया गया। साथ ही कहा गया कि ज्ञानवापी परिसर के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) से सर्वे में बाधा ठीक नहीं है।
सर्वे की जो भी रिपोर्ट आए, सबको स्वीकार करके आगे बढ़ना चाहिए। श्री आदि महादेव काशी धर्मालय मुक्ति न्यास की तरफ से चौकाघाट स्थित गिरजादेवी सांस्कृतिक संकुल में राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं प्राचीन आदि विश्वेश्वर मंदिर ज्ञानवापी के मॉडल अनावरण समारोह का आयोजन किया गया।
दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि ज्ञानवापी मामले में एएसआई सर्वे पर किसी को संदेह नहीं होना चाहिए। सर्वे से सच सामने आएगा। एएसआई का किसी पक्ष से कोई लेना-देना नहीं रहता है। इस मामले में आंदोलन जैसी कोई बात नहीं है। हां, विश्वास की शुरूआत जरूर हुई है। भाजपा सरकार भी सच के साथ है। एएसआई सर्वे को स्वीकार करना चाहिए।
दिल्ली के पूर्व विधायक कपिल मिश्रा ने कहा कि ज्ञानवापी के एएसआई सर्वे को क्यों रोका जा रहा है? जबकि यह सर्वे वैज्ञानिक प्रक्रिया है। दूसरे पक्ष को डर है कि ज्ञानवापी का सच बाहर न आ जाए। मगर, न्यायालय पर भरोसा है। एएसआई सर्वे जरूर होगा।