अनुज कुमार माथुर की फाइल फोटो
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
बांदा जनपद में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी ने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के परिजनों ने अधिकारी के उत्पीड़न से तंग आकर आत्मघाती कदम उठाने की बात कही है, वहीं परियोजना निदेशक ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
कस्बे के मराठीपुरा बगिया निवासी अनुज कुमार माथुर (21) बांदा के जसपुरा ब्लाॅक में ग्राम पंचायत अधिकारी थे। शुक्रवार रात खाना खाने के बाद कमरे में सोने चले गए। वहीं, परिजन दूसरे कमरे में सो गए। सुबह देर तक न उठने पर मां मौके पर पहुंचीं। उनका शव फंदे से लटक रहा था।
मृतक के मामा जय नारायन ने बंदा के परियोजना निदेशक पर आरोप लगाया कि उन्होंने भांजे से कई गांवों का प्रभार छीन लिया था। साथ ही दो माह का वेतन भी रोक लिया था। इससे वह अवसाद में रहने लगा था। उस पर विधवा मां, भाई व चार अविवाहित बहनों की जिम्मेदारी थी। क्षेत्राधिकारी विवेक यादव ने बताया कि आत्महत्या के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल सका है। जांच की जा रही है पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
दो माह पहले कार्यभार ग्रहण किया है। 16 से 30 जून तक मेडिकल लीव पर था। मृतक के परिजनों की ओर से लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। – प्रवीण आनंद, परियोजना निदेशक