दवा (सांकेतिक)
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हाथरस में डेंगू, टायफाइड और वायरल बुखार के मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ने से जिले में दवाओं की खपत भी बढ़ गई है। बीते डेढ़ माह में जिले में मरीज 5.86 लाख पैरासिटामोल की गोलियां खा गए। यह दवा बागला जिला अस्पताल के अलावा सभी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों को वितरित की गई। डेढ़ माह में जिला अस्पताल में 10.9 हजार गोलियां खप गईं। शेष गोलियां सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रो पर खप गईं।
बीते साल की अपेक्षा इस वर्ष हाथरस में डेंगू, वायरल बुखार और टायफाइड के मामले अगस्त माह में ही तेजी से सामने आ रहे हैं। करीब डेढ़ महीने में जिले में वायरल बुखार, टायफाइड लोगों को चपेट में ले रहा है। बुखार के मरीजों को डॉक्टर इलाज के दोरान पैरासिटामोल की गोली खाने की सलाह दे रहे हैं। वहीं अब डेंगू के नए मरीज भी आने लगे हैं। जिले में डेंगू संक्रमितों की संख्या 16 तक पहुंच गई है, जबकि कम प्लेटलेट्स की शिकायत वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। शहर के निजी चिकित्सकों के यहां काफी ऐसे मरीज भर्ती हो रहे हैं, जिनके खून की जांच में प्लेटलेट्स कम निकल रही हैं।
अगर बात बीते डेड़ माह की करें तो सासनी स्थित ड्रग वेयर हाउस से जिले भर के लिए 5.86 लाख पैरासिटामोल की गोलियों की आपूर्ति की गई। इसमें अकेले बागला संयुक्त जिला अस्पताल में 10,900 पैरासिटामोल की गोलियां दवा काउंटर से मरीजों को वितरित की गई। ड्रग वेयर हाउस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व 25 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए 5,75,100 गोलियों की आपूर्ति दी गई। जिसमें 500 एमजी से लेकर 650 एमजी की गोली शामिल है।
सीएचसी और पीएचसी पर अधिक मांग
जिले में सात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित 28 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। यहां भी प्रतिदिन बड़ी संख्या में मरीज पहुंचते हैं। इसमें लगभग 350 से 400 मरीज बुखार के आते हैं। इसी वजह से यहां पैरासिटामोल की खपत ज्यादा है।
मौसम में बदलाव आने के साथ ही बुखार का प्रकोप बढ़ रहा है। पिछले डेढ़ महीने में अन्य दिनों की तुलना में पैरासिटामोल की गोली की अधिक मांग रही है। इस कारण गोलियां स्वास्थ्य केंद्रों लगातार भेजी जा रही हैं। बुखार या शरीर के दर्द में पैरासिटामोल गोली का प्रयोग किया जाता है। -डॉ. मनजीत सिंह, सीएमओ