कब्जा मुक्त कराने के लिए राजस्व विभाग की टीम को निर्देश देतीं एसडीएम
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हाथरस के गांव विघैपुर में शव के अंतिम संस्कार को लेकर बृहस्पतिवार को दो पक्ष आमने-सामने आ गए। एक पक्ष का कहना था कि जिस जगह कब्रिस्तान है, वह भूमि श्मशान घाट की है। मुस्लिम पक्ष वर्षों से कब्रिस्तान के रूप में इसका इस्तेमाल करता आ रहा है, जबकि कब्रिस्तान की जमीन पर मुस्लिम समुदाय के एक व्यक्ति ने कब्जा कर रखा है। बृहस्पतिवार को हिंदू समुदाय के व्यक्ति की मृत्यु होने परिजन उसके शव को दाह संस्कार के लिए श्मशान भूमि पर लेकर गए तो दूसरे समुदाय के लोगों ने विरोध कर दिया।
दरअसल बृहस्पतिवार को गांव विघैपुर के 85 वर्षीय दाताराम पुत्र चोखेलाल का निधन हो गया था। उनके अंतिम संस्कार के लिए शव को श्मशान स्थल की जगह पर ले जाया गया। आरोप है कि मुस्लिम पक्ष ने इसका विरोध कर दिया है और शव का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया। इसे लेकर दोनों समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए। एक पक्ष के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस एवं एसडीएम लवगीत कौर को दे दी। पुलिस एवं एसडीएम राजस्व टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। सीओ सुरेंद्र सिंह व हाथरस गेट कोतवाली प्रभारी सतेंद्र सिंह राघव भी दलबल सहित मौके पर आ गए।
अधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ पंचायत घर पर बैठक कर अंत्येष्टि स्थल की जमीन की पैमाइश कराई और उसे मौके पर ही कब्जामुक्त कराया। इस बीच दाताराम के शव का ग्राम प्रधान बनी सिंह ने अपने खेतों में अंतिम संस्कार कराकर मामले को शांत कराया। इस मौके पर नायब तहसीलदार लियाकत अली, लेखपाल अरविंद सेंगर, सचिन पुंढीर, ग्राम प्रधान बनी सिंह मौजूद रहे।
एसडीएम लवगीत कौर का कहना है कि गांव विघैपुर में मरघट की जमीन पर एक व्यक्ति ने कब्जा कर रखा था। इसे मौके पर राजस्व विभाग की टीम के साथ पहुंचकर कब्जा मुक्त करा दिया गया है। अब वहां कोई विवाद नहीं है। जो भी शांति भंग करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।