पोरा नहर में प्रतिबंधित पशु के अवशेष मिलने पर लगी भीड़
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हाथरस में सिकंदराराऊ के गांव जिरौली और पोरा के बीच मंगलवार सुबह खारजा नहर में पुल के नीचे प्रतिबंधित पशु के अवशेषों से भरे दस बोरे मिलने से ग्रामीणों ने रोष फैल गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने समझा-बुझा कर लोगों के गुस्से को शांत किया और घटना का खुलासा करने का आश्वासन दिया। पशु अवशेष जेसीबी से गड्ढा खुदवाकर नहर किनारे ही दबवा दिए। मांस के नमूने लेकर परीक्षण के लिए भेजे हैं।
हरीओम वर्मा पुत्र नाथुराम वर्मा निवासी गांव पोरा की तहरीर पर घटना के संबंध में रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मंगलवार सुबह जब लोग यहां से गुजरे तो उन्होंने नहर के पानी में खून से सने दस बोरे पड़े देखे। देखते ही देखते मौके पर लोगों की भीड़ लग गई और उनमें रोष फैल गया। सूचना पर इंस्पेक्टर आशीष कुमार मौके पर पहुंच गए। पशु चिकित्सकों की टीम भी मौके पर बुला ली गई। पानी से प्रतिबंधित पशु का एक सिर भी बरामद हुआ है। लोगों के गुस्से को देखते हुए पुलिस ने तीन दिन में घटना का खुलासा करने का आश्वासन दिया है।
पानी के खाली पाऊचों से आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश
घटनास्थल के नजदीक बड़ी संख्या में पानी के खाली पाऊच मिले हैं। पुलिस और ग्रामीणों का मानना है कि पशुओं की कटाई के दौरान आरोपियों ने पानी पीया होगा। पुलिस इनके आधार पर मोहल्ला शाहबुददीनगंज स्थित पानी की फैक्ट्री पर पहुंची और वहां पानी की बिक्री का रजिस्टर देखा। पुलिस घटना की जांच कर रही है।