हाथरस जिला अस्पताल
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हाथरस में बागला जिला अस्पताल के एक मात्र सर्जन का स्थानांतरण होने से जिला अस्पताल के एक मात्र सर्जन का स्थानांतरण होने से अस्पताल में ऑपरेशन बंद हो गए हैं। मजबूरन मरीजों को निजी अस्पतालों में ऑपरेशन कराने पड़ेंगे। मंलवार को सर्जन कक्ष का दरवाजा बंद रहा। जिससे ओपीडी में आए मरीजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।
बागला जिला अस्पताल जिले का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है। यहां जिले के कोने कोने से मरीज उपचार के लिए आते हैं। इसके बावजूद अस्पताल चिकित्सकों व संसाधनों की कमी से जूझ रहा है। अस्पताल के एक मात्र सर्जन डॉ अनिल मोर्या का स्थानांतरण हो गया। इससे अस्पताल में सर्जरी विभाग पूरी तरह से बंद पड़ गया है। जिससे सर्जरी विभाग में उपचार के लिए आने वाले मरीजों का काफी पेरशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, अस्पताल में अब सर्जन न होने के कारण अस्पताल में ऑपरेशन बंद हो गए हैं। इससे मरीजों निजी अस्पताल में अपना ऑपरेशन कराना पड़ेगा।
पित्त की थैली में पथरी है। काफी दिनों से दवा खा रही हूं, लेकिन पथरी नहीं कटी है। ऑपरेशन कराना पड़ेगा। जिला अस्पताल में अब सर्जन नहीं हैं। मजबूरन निजी अस्पताल में ऑपरेशन कराना पड़ेगा। – चंद्रवती, मरीज
मेरी बेटी के एक गांठ बन गई है। उसका उपचार चल रहा है। अब अस्पताल में चिकित्सक ही नहीं है। समझ में नहीं आ रहा है कहां उपचार कराऊं। – विष्णु, तीमारदार
जिला अस्पताल के एक मात्र सर्जन का स्थानांतरण हो गया है। इससे अस्पताल में सामान्य ऑपरेशन बंद हो गए हैं। जब अस्पताल में सर्जन आ जाएंगे तब ऑपरेशन दोबारा शुरू हो जागंगे। -डॉ0 सूर्यप्रकाश, सीएमएस, बागला जिला अस्पताल हाथरस