अमर उजाला नेटवर्क, हाथरस
Updated Fri, 18 Aug 2023 12:46 AM IST
प्राथमिक विद्यालय जोगिया स्थित शौचालय में व्याप्त गंदगी
– फोटो : संवाद
विस्तार
नगर पालिका क्षेत्र के सीमा विस्तार के बाद नगर क्षेत्र में शामिल हुए 33 बेसिक शिक्षा परिषदीय विद्यालयों का हाल बेहाल है। इन विद्यालयों में सफाई कर्मचारी नहीं पहुंच रहे हैं। इससे विद्यालय परिसर में गंदगी रहती है।बदबूदार शौचालयों में अंदर प्रवेश करना भी मुश्किल है। बच्चों में बीमारी फैलने का खतरा मंडरा रहा है।
जिले में करीब 1236 विद्यालयों में करीब एक लाख 37 हजार बच्चे पढ़ते हैं। करीब दो साल पूर्व नगर पालिका का सीमा विस्तार हुआ था। इससे ग्रामीण क्षेत्र के 33 विद्यालय नगर पालिका क्षेत्र में शामिल हो गए। इन विद्यालयों में सफाई व्यवस्था बदहाल है। विद्यालयों के परिसर में गंदगी का अंबार लगा रहता है। सबसे बुरा हाल विद्यालयों के शौचालयों का है। गंदगी और बदबू के कारण शौचालयों में अंदर प्रवेश करना तक मुश्किल है। गंदे शौचालय इस्तेमाल करने से बच्चों में बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है। इसके बावजूद जिम्मेदारों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।
विद्यालयों के शिक्षकों व प्रधानाध्यपकों का आरोप है कि जब विद्यालय ग्रामीण क्षेत्र में थे, तब तो ग्राम पंचायत के सफाई कर्मचारी विद्यालयों की सफाई कर देते थे। नगर पालिका में शामिल होने के बाद नगर पालिका के सफाई कर्मचारी नहीं आते हैं। मजबूरन उन्हें निजी खर्चे पर सफाई करनी पड़ती है। वह विद्यालय में सफाई कराने के बाद कचरा विद्यालय के गेट के बाहर रखवा देते हैं। नगर पालिका की कचरा उठाने वाली गाड़ी कचरा लेकर चली जाती है।
पहले ग्राम पंचायत का सफाई कर्मचारी विद्यालय की सफाई कर देता था। नगर क्षेत्र में शामिल होने के बाद से सफाई कर्मचारी नहीं आता है। हम लोगों को अपने खर्चे पर सफाई करानी पड़ती है। -लक्ष्मी सिंह, प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय जोगिया
नगर क्षेत्र में शामिल होने के बाद से कोई सफाई कर्मचारी स्कूल की सफाई करने नहीं आता है। इस संबंध में कई बार शिकायत भी की है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ है। खुद ही विद्यालय की सफाई करनी पड़ती है। -अशोक कुमार शर्मा, प्रधानाध्यापक नगला भूरा
विद्यालय को स्वच्छ रखना चाहिए। सफाई कर्मचारी को विद्यालय की सफाई करनी चाहिए। इस संबंध में जानकारी कर समस्या का समाधान किया जाएगा। -उपेंद्र गुप्ता, बेसिक शिक्षा अधिकारी