प्रतीकात्मक तस्वीर
– फोटो : Amar Ujala
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बलिया में कई लोगों की मौत के बाद उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने पूरे प्रदेश के अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है। लू, डायरिया समेत दूसरी संक्रामक बीमारियों को लेकर भी सभी सरकारी अस्पतालों को खास सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि दो निदेशकों को मौके पर भेजा गया है। उनकी रिपोर्ट के आधार पर जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रविवार को सभी सीएमएस एवं सीएमओ को निर्देश दिया कि अस्पतालों में बेड से लेकर दवा तक का पुख्ता इंतजाम किया जाए। जहां दवा नहीं है, वहां तत्काल इंतजाम किया जाए। लू के साथ ही पानी से होने वाली बीमारियों की रोकथाम का पुख्ता इंतजाम किया जाए। उन्होंने विभागीय अफसरों से अस्पतालों की इमरजेंस की व्यवस्था दुरुस्त रखने, वार्ड में लू व अन्य बीमारियों से पीड़ित होकर आने वालों के लिए बेड आरक्षित रखने, पूर्व में जारी की गई गाइल लाइन का पालन कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बीमारियों को लेकर सभी अस्पतालों अलर्ट रहें। डॉक्टर और कर्मचारियों को ड्यटी पर मुस्तैद रहने एवं एक-एक मरीज की निगरानी के निर्देश दिए।
जिन गांवों में ज्यादा मरीज, वहां लगाएं टीम
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि हीट स्ट्रोक से निपटने के लिए प्रदेश के हर अस्पताल में व्यवस्था की गई है। जिस गांव में मरीजों की संख्या ज्यादा है, वहां अलग से टीम लगाई जाएगी। सभी जिलों में सीएमओ रैपिड रिस्पांस टीम बनाई गई है, जो बीमारी की फैलने की दशा में राहत कार्य पहुँचा सकें। ग्रामीण के साथ ही नगरीय सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट किया गया है। सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ओरआरएस, ग्लूकोज, एंटीबायोटिक समेत दूसरी दवाओं की स्टॉक रिपोर्ट मंगाई गई है। जहां दवा कम होगी वहां तत्काल भेजवाया जा रहा है। इसी तरह नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम को नियमित पानी की जांच करने का भी निर्देश दिया गया है। मानक के अनुसार क्लोरीन डालने और लोगों को इसके लिए जागरूक करने का भी निर्देश है।
जांच दल की रिपोर्ट का इंतजा, होगी सख्त कार्रवाई
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि बलिया मामले में जांच दल की रिपोर्ट का इंतजार है। लोगों की असमय मौत चिंताजनक है। लोगों की किन कारणों से मृत्यु हुई है, इसका पता लगाना बेहद जरूरी है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग में निदेशक संचारी रोग डॉ. एके सिंह और निदेशक (उपचार) डॉ. केएन तिवारी मौके पर हैं। विशेषज्ञ मृतकों की संख्या, कारण और दूसरे पहलुओं की पड़ताल कर रहे हैं। बलिया जिला अस्पताल में मरीजों की भर्ती, इलाज आदि की व्यवस्था भी देख रहे हैं। जांच रिपोर्ट व लक्षण का आंकलन किए बगैर मौत की वजह तय नहीं की जा सकती है। विशेषज्ञ पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।