पीली कोठी
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ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ चले स्वतंत्रता आंदोलन में पीली कोठी की भूमिका लोगों को अब तक याद है। वजीरपुरा की ऐतिहासिक पीली कोठी की हर ईंट में देश के स्वतंत्रता आंदोलन की कहानियां छिपी हुई हैं। क्रांतिवीरों के लिए यह कोठी हमेशा कवच बनी रही। होती भी क्याें न, यह राजा लक्ष्मण सिंह के पौत्र कुंवर प्रबल प्रताप सिंह की कोठी है, जहां आजादी के मतवाले अंग्रेजों से बचने के लिए शरण पाते रहे।
ब्रिटिश हुकूमत में कुंवर प्रबल प्रताप सिंह की शख्सियत ऐसी थी कि पुलिस इस कोठी में प्रवेश के बारे में सोच भी नहीं पाती थी। क्रांतिकारियों की शरणस्थली रही ऐसी पीली कोठी में 14 अगस्त को अमर उजाला के मां तुझे प्रणाम के तहत वीरांगना सम्मान समारोह दोपहर 1:30 बजे से होगा।