चंद्रयान 3
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इसरो के 615 करोड़ रुपये की लागत वाले चंद्रयान-3 की सफलता के कारण निवेशकों में ऐसा उत्साह है कि अंतरिक्ष क्षेत्र से जुड़ी छोटी-बड़ी सभी कंपनियों के शेयर पिछले एक सप्ताह से लगातार सातवें आसमान पर पहुंचे हुए हैं और इन शेयरों की बाजार पूंजी 30 हजार करोड़ रुपये बढ़ गई। निवेशकों के उत्साह का आलम यह है कि लोगों ने गोदरेज एयरोस्पेस को गोदरेज इंडस्ट्रीज का हिस्सा समझ लिया और इसके कारण गोदरेज इंडस्ट्रीज के शेयर एक सप्ताह में 8 फीसदी चढ़ गए। हालांकि बाद में गोदरेज इंडस्ट्रीज ने स्पष्टीकरण दिया कि गोदरेज एयरोस्पेस उसकी अनुसंगी कंपनी नहीं है।
इसके बावजूद उत्साह घटना नहीं है और अंतरिक्ष क्षेत्र से जुड़ाव रखने वाली कंपनियों के शेयरों के भाव लगातार चढ़ रहे हैं। सेंटम इलेक्ट्रॉनिक्स ऐसी ही एक कंपनी है जिसका अधिकांश लोगों ने नाम भी नहीं सुना लेकिन चंद्रयान-3 जैसे-जैसे सफलता की ओर बढ़ता गया, इसके शेयर भी बढ़ते गए। एक सप्ताह में इसके शेयरों में 26 फीसदी की तेजी आ चुकी है।
सबसे अधिक चढ़े एचएएल के शेयर, 6777 करोड़ की वृद्धि
चंद्रयान के कारण सबसे अधिक फायदा हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को हुआ है जिसके शेयर यूं तो सिर्फ 5 फीसदी चढ़े लेकिन रुपये में देखें तो बाजार पूंजी 6,777 करोड़ रुपये बढ़ गई। इसी प्रकार भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयरों में 6 फीसदी की तेजी आई लेकिन रुपये में यह अंतर 6,691 करोड़ रुपये का रहा। गोदरेज इंडस्ट्रीज के शेयरों में हुई 8 फीसदी वृद्धि रुपये में 5,967 करोड़ की रही।
इसरो को सामान देने वाली कंपनियों को लाभ…
अवेंटेल के शेयर 18 फीसदी चढ़ गए जिसके कारण कंपनी के शेयरों में 5,263 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई। इसरो को अलग-अलग सामान की आपूर्ति करने वाली कंपनियों लार्सन एंड टुब्रो, मिस्र धातु निगम, एमटीएआर, पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजिज के शेयरों में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। लिंडे इंडिया के शेयर 16 फीसदी चढ़े और रुपये में वृद्धि 3,343 करोड़ रुपये रही।